तोरणकट्टा के आश्रित गांव मनकी में खुलेगा धान खरीदी केंद्र
सुरगी में बैंक , हरदी-सुरगी सडक़और सोमनी-नवागांव सडक़ के जीर्णोद्धार की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 100 ट्रैक्टर पैरा दान कर सुरगी के किसानों ने मिसाल प्रस्तुत की है, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय है। किसानों द्वारा पैरा दान कर गोधन न्याय योजना में सहभागिता का अच्छा कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव विधानसभा के ग्राम सुरगी में भेंट-मुलाकात के मंच से पैरा दान करने वाले गांव के किसानों को बधाई दी। उन्होंने ग्रामीणों से ताली बजवाकर इन किसानों को प्रोत्साहित किया। इसके पहले सुरगी पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर पैरा दान करने वाले किसानों के 100 ट्रैक्टरों को गौठान के लिए रवाना किया।
श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ भेंट-मुलाकात कार्यकम की शुरूआत की। मुख्यमंत्री बघेल ने सुरगी में भेंट मुलाकात के दौरान आम जनता से राज्य शासन की योजनाओं की मैदानी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो किसान अपने खेतों में और बाडिय़ों में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर रहे हैं, वे जैविक खेती के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराएं, इससे उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों की कर्ज माफी की, किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लेकर आए, महिलाओं का राशन कार्ड बनवाया और भूमिहीन मजदूरों के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लेकर आए। इस योजना में भूमिहीन मजदूरों सहित चिन्हित लोगों को सालाना सात हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। सुरगी में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने, सुरगी हाईस्कूल मैदान के विकास और लाइटिंग, हरदी-सुरगी सडक़ की प्रशासकीय स्वीकृति देते सोमनी-नवागांव सडक़ के जीर्णोद्धार, सूखा नाला बैराज से आलीखूंटा तक सिंचाई सुविधा और नाली निर्माण, तोरणकट्टा के आश्रित गांव मनकी में धान खरीदी केंद्र खोलने, भरेगांव के बूढ़ादेव तालाब में सौंदर्यीकरण और पचरी निर्माण, ग्राम सिंघोला में भानेश्वरी मंदिर जीर्णोद्धार और तालाब सौंदर्यीकरण, रानीतराई में हाईस्कूल में दो अतिरिक्त कक्ष तथा धामनसारा स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष के निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर डोंगरगांव विधायकदलेश्वर साहू, महापौर हेमा देशमुख, धनेश पाटिला, जितेन्द्र मुदलियार, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान, निखिल द्विवेदी, पदम कोठारी, कुलबीर छाबड़ा, अंकित आनंद, महादेव कावरे, आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, कलेक्टर डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
सुकुलदैहान में कई घोषणाएं
मुख्यमंत्री बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए ग्राम पंचायत सुकुलदैहान पहुंचे। मुख्यमंत्री बघेल ने राजनांदगांव विधानसभा के ग्राम सुकुलदैहान में भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम सुकुलदैहान में पुलिस चौकी, ग्राम सुकुलदैहान एवं मूसरा में केंद्रीय जिला सहकारी बैंक की शाखा, ग्राम सुकुलदैहान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने ग्राम लिटिया में मंगल भवन के निर्माण करवाने, ग्राम लीटिया में उप-स्वास्थ्य केंद्र खोलने, राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में एमआरआई एवं सीटी स्कैन मशीन क्रय करने की अनुमति, सुकुलदैहान में जयस्तंभ के चारों ओर बाउंड्रीवॉल के निर्माण, सुंदरा बांध विस्तार, गहरीकरण एवं पिचिंग कार्य, पेंड्री हाईस्कूल में दो अतिरिक्त कक्ष के निर्माण, सुकुलदैहान एवं भर्रेगांव में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा की।
किसान के घर किया भोजन
मुख्यमंत्री बघेल भेंट मुलाकात के क्रम में ग्राम सुकुलदैहान में दोपहर का भोजन किसान लिल्लू दास खरे के घर में किया। घर पहुंचने पर लिल्लू दास और उनके परिवारवालों ने उत्साह एवं आत्मीय भाव से मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक तरीके के साथ किया। मुख्यमंत्री को कांसे की थाली में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी भोजन परोसा गया। भोजन में लाखड़ी भाजी, चना भाजी, जीरा फूल चटनी, मूंनगा दाल, बैगन टमाटर, चीला, दूध फरा, भजिया कढ़ी, गुलगुला भजिया एवं अन्य पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजन मुख्यमंत्री ने सादगी के साथ ग्रहण किया।
मंदिर में की पूजा-अर्चना : मुख्यमंत्री बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए ग्राम पंचायत सुरगी पहुंचे। मुख्यमंत्री बघेल ने ग्राम पंचायत सुरगी में माता शीतला मंदिर में पूजा कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। छत्तीसगढ़ में शीतला माता का विशेष महत्व और आस्था है। गांव में कोई भी शुभ और मंगल कार्य माता शीतला की पूजा कर की जाती है। छत्तीसगढ़ में विशेष आस्था के साथ शीतला माता की पूजा की जाती है। गांव में ऐसी मान्यता है कि शीतला माता की पूजा करने से गांव में किसी प्रकार की बीमारी या प्राकृतिक प्रकोप नहीं आता है। माता शीतला गांव की रक्षा करती है। इस विश्वास के साथ गांव में माता शीतला का विशेष महत्व होता है।