‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 22 अगस्त। विगत दिनों राजिम क्षेत्र के ग्राम सेमरतरा में राजिम के पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान सिकासार बांध के पानी को महासमुंद एवं सरायपाली को देने तथा राजिम के किसानों को उपेक्षित करने संबंधित दिए गए वक्तव्य पर राजिम क्षेत्र की सियासत गरमा गई है।
भाजपा नेताओं पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू एवं भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनीष हरित ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल झूठी जानकारी देकर राजिम क्षेत्र के किसानों को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं।
पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि सिकासार बांध के नाम पर अमितेश शुक्ल और उनका परिवार पीढिय़ों से राजिम क्षेत्र के किसानों का वोट पाकर सत्ता में आसीन होते रहे लेकिन किसानों की वास्तविक समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं रहा है।
वास्तविकता यह है कि सिकासार बांध के उलट का पानी जो व्यर्थ बह जाता है उस अतिरिक्त जल को व्यर्थ न बहाकर नहरों के माध्यम से कोड़ार बांध व अन्य छोटे जलाशयों में भरने की योजना बनाई गई है। इसका लाभ छुरा और फिंगेश्वर क्षेत्र के अनेक गाँवों के किसानों को होगा। इस योजना के लिए आठ करोड़ रूपये की राशि की स्वीकृति और डीपीआर तैयार करने का कार्य भी कांग्रेस के शासन में स्वीकृत हुआ है, अमितेश शुक्ल इस तरह अनर्गल प्रलाप कर किसानों को तो बहका ही रहे हैं साथ ही अपने ही सरकार द्वारा स्वीकृत कार्यों को गलत सिद्ध करने में लगे हैं।
जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि जिस सिकासार बांध के पानी को वे सरायपाली और महासमुंद क्षेत्र को देने का आरोप लगा रहे हैं, उसकी विस्तृत जानकारी उनके पास नहीं है या तो वे जानबूझकर मिथ्या जानकारी प्रसारित कर क्षेत्र के किसानों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। पूर्व में महासमुंद एवं राजिम क्षेत्र के किसानों के साथ भाजपा नेताओं ने राजभवन तक पदयात्रा करके इस मांग से शासन को अवगत कराया था, तब जाकर भाजपा नेताओं के अथक प्रयास से इसकी स्वीकृति का दबाव बना और स्वीकृति मिल पाई।
पूर्व विधायक एसी कमरे से बाहर निकलकर कभी पदयात्रा में शामिल होते या किसान के बेटे होते तो उन्हें किसानों का दर्द पता होता, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा होने वाले और पारिवारिक अनुकम्पा से विधायक बनने वाले किसानों का दर्द नहीं समझ सकते।
भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनीष हरित ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय नहरों की क्या दुर्दशा थी यह किसी से छिपी नहीं है, भाजपा सरकार ने क्षेत्र के बड़े नहरों को पक्का काँक्रिट करने का कार्य प्रारंभ किया उसे कांग्रेस की सरकार आगे भी नहीं बढ़ा सकी और आज जब किसानों के हित में कोई कार्य होने जा रहा है तो पूर्व विधायक के पेट में दर्द हो रहा है।
अगर पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल किसानों के सच्चे हमदर्द होते तो पिछले कांग्रेस सरकार व अपने विधायकी कार्यकाल में किसानों को रबी फसल के लिए पानी दिलवाते, लेकिन कांग्रेस शासन में एक भी वर्ष रबी फसल के लिए किसानों को पानी नहीं दिया गया, जब भाजपा सरकार बनी तो तत्काल बांध से किसानों को रबी फसल के लिए पानी मिला जो यह दर्शाता है कि किसानों का कल्याण सिर्फ भाजपा सरकार के समय ही संभव है।