कोटवार ने सरकारी जमीन पर 90 प्लॉट काटकर बेच दिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 जनवरी। भू-माफियाओं के चंगुल से अब तक कोई भी भूमि नहीं बच रही थीं, लेकिन गजब तो तब हो गया जब कोटवार भी इस फील्ड में उतर गए है और ताज्जुब की बात यह है कि इन पर भी जिला प्रशासन का राजस्व विभाग कोई भी कार्रवाई नहीं करता जबकि इसकी जाँच के लिए 16 जुलाई 2024 को चार सदस्यों की एक टीम भी गठित की गई थीं।
बांजीपाली के पूर्व कोटवार द्वारा संस्कार पब्लिक स्कूल मार्ग में शासकीय सेवा भूमि की अवैध तरीके से खरीद फरोख्त के मामले को लेकर राजस्व विभाग राजस्व विभाग बड़ी कार्रवाई करने के मूड में दिख रहा हैं। तहसीलदार द्वारा राजस्व निरीक्षकों की जांच टीम गठित कर दो दिनों में विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को आदेश जारी किया है, राजस्व विभाग से मिली जानकारी अनुसार शासकीय मद में दर्ज इस बेशकीमती जमीन की अवैधानिक रूप से खरीदी-बिक्री करने वालो पर सख्त कदम उठाए जाएंगे और सभी दोषियों पर एफ आई आर दर्ज कराया जाएगा तथा शासकीय भूमि से कब्जा मुक्त कर बेदखल करते हुए जुर्माना भी वसूला जाएगा।
बांजीपाली तहसील व जिला रायगढ़ स्थित भूमि खसरा नंबर 220, 221, 222 रकबा कमश: 0.761 हे., 0.097 हे., 0.295 हे. भूमि, जो कि शासकीय मद में दर्ज है। उक्त शासकीय सेवा भूमि को बांजीपाली के पूर्व कोटवार तुलसी चौहान के द्वारा क्रेतागण प्रहलाद अधिकारी, कमल पटेल व संजय सहित 05 अन्य लोगों को गलत तरीके से विक्रय करने के संबंध में बांजीपाली मोहल्ले के प्रेम कुमार पटेल, सुदर्शन पटेल, हेमसागर पटेल, रेशम पटेल, शिवप्रसाद पटेल, छबिलाल पटेल, गनपत पटेल, राम सिंग पटेल, पुरन्धर पटेल, कमल सिंह पटेल, मदन पटेल, फत्तें सिंह पटेल, जीवन लाल पटेल सभी निवासी ग्राम बाजीपाली द्वारा पूर्व में तहसीलदार के समक्ष शिकायत दर्ज कराया गया है। तथा शासकीय सेवा भूमि की अवैध खरीद बिक्री के मामला समाचारों में भी प्रकाशित हुआ है, जिसमें बाद राजस्व विभाग द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए 16 जुलाई 2024 को तहसील न्यायलाल रायगढ़ द्वारा चार सदस्यीय राजस्व निरीक्षकों की टीम गठित कर 18 जुलाई 2024 के पूर्व विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने आदेश जारी किये थे।
वहीं इस मामले में पुसौर तहसीलदार नेहा उपाध्याय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है और न ही अब तक उनके समक्ष इस तरह की कोई शिकायत आई है। फिर भी मामले को संज्ञान में लेकर वे स्वयं इसकी जांच करेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 जनवरी। तेज रफ्तार मोटर सायकल पेड़ से जा टकराई। हादसे में बाईक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। मामला जोबी चौकी क्षेत्र का है।
पुलिस के मुताबिक तेज रफ्तार बाईक चालक के द्वारा अपने वाहन पर नियंत्रण खोने और पेड़ से टकरा जाने से उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
बताया जा रहा युवक काफरमार गांव का रहने वाला था, जो कि मंगलवार रात करीब 8 बजे रिश्तेदार के गांव एडु की तरफ से मोटर सायकल क्रमांक सीजी 13 बीए 6375 से अपने घर लौट रहा था, इसी बीच युवक जब बर्रा गांव के पास पहुंचा ही था कि मोड़ पर यह हादसा हुआ।
बुधवार सुबह गांव के ग्रामीणों ने सडक़ किनारे युवक की लाश मिलने की जानकारी जोबी चौकी में दी जिसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजते हुए मृतक के परिजनों को घटना से अवगत कराकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
पुलिस को आशंका है कि युवक की मौत का कारण ठंड भी हो सकता है कि चूंकि मोड़ पर बाईक से गिरने के बाद युवक खेत में गिरा था और देर रात तक भारी ठंड से अकड़ कर उसकी मौत हुई हो, चूंकि शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं है और पीएम के बाद ही इसका पूरा खुलासा होगा।
संघर्ष मोर्चा ने सौंदर्यीकरण के स्वीकृत कार्य को पूर्ण करने उठाई मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जनवरी। केलो नदी के जल को बचाने के जनांदोलन में शहीद हुई देश की प्रथम आदिवासी महिला सत्यभामा सौंरा का समाधि स्थल उनके निवास रायगढ़ के गढ़उमरिया के ग्राम बोंदा टिकरा में ग्रामवासियों ने उनकी स्मृति में समाधि स्तंभ बनाया है। जहां हर वर्ष उनकी शहादत दिवस 26 जनवरी को सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनसंगठनों एवं ग्रामवासियों द्वारा एकत्रित होकर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर श्रद्धासुमन अर्पित की जाती है।
देश के राष्ट्रीय स्तर पर इनके शहादत की चर्चा होती है। जलपुरुष (वाटर मैन) मैग्सेसे अवॉर्ड से सम्मानित राजेंद्र सिंह,पूर्व आई ए एस राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर, मेघा पाटकर, एकता परिषद के संस्थापक गांधीवादी विचारक पी राजगोपाल (राजा जी), स्व ललित सुरजन, डॉ.लाखन सिंह, नदी घाटी मोर्चा के संयोजक गौतम बंदोपाध्याय,महानदी बचाओ अभियान छत्तीसगढ़ ओडिशा के साथी श्री अनंता, सुदर्शन छोटेराय,इत्यादि राष्ट्रीय स्तर के जनांदोलन के नेतृत्वकारी साथियों ने समाधि स्थल पहुंचकर अपनी सादर श्रद्धांजलि अर्पित कर स्थल की जर्जर और दयनीय स्थिति देखकर बहुत दुख व्यक्त किया।
उनका कहना था कि जल को बचाने के जनांदोलन में देश भर में बहुत से लोग आंदोलनरत हैं लेकिन शहादत देने वाली पहली महिला है वह भी एक आदिवासी महिला। सरकार को उनकी शहादत का सम्मान करते हुए कम से कम उनके समाधि स्थल को साफ सुथरा चारों तरफ से बाउंड्री वाल,बैठने हेतु स्थान तथा सभा स्थल तथा सुंदर सा गार्डन सौंदर्यीकरण कराना चाहिए। रायगढ़ और देश के गौरव गरिमा को संरक्षित किया जाना चाहिए। जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़ द्वारा प्रतिवर्ष जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया।
लगभग 25 वर्ष हो गए लेकिन सरकार ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। झाड़ झंकार के मध्य,जर्जर दयनीय अवस्था है समाधि स्थल की। लंबे संघर्षों के बाद जिला पंचायत द्वारा नरेगा योजनांतर्गत बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण हेतु दिनांक 10 मई 2021 को लगभग 08 लाख 25 हजार रुपए स्वीकृत किया गया (स्वीकृति पत्र संलग्न) लेकिन उसका क्या हुआ पता नहीं। गत दिवस सीनियर एडवोकेट जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़ के सचिव बासुदेव शर्मा काशीधाम पहुंचकर अपने साथी गणेश कछवाहा से भेंट मुलाकात किए तथा केलो नदी जल को बचाने के जनांदोलन में शहीद हुई देश की प्रथम आदिवासी महिला स्व सत्यभामा सौंरा के समाधि स्थल के बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य के संदर्भ मे विचार विमर्श किया तथा चिंता व्यक्त की गई।
रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी एवं मुख्य मंत्री विष्णुदेव साय से अपेक्षा की है स्व सत्यभामा सौंरा के समाधि स्थल के बाउंड्री वाल एवं सौंदर्यीकरण कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण कर उनकी शहादत को यथोचित सम्मान प्रदान करने का कष्ट करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के तहत सातवें दिवस पर रायगढ़ यातायात पुलिस ने सुरक्षित यातायात के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शासकीय नटवर स्कूल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम में स्लोगन लेखन, चित्रकला, और रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
जिला मुख्यालय के 15 स्कूलों के करीब 473 विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता का परिचय देते हुए सडक़ सुरक्षा और यातायात नियमों से जुड़े संदेशों को अपने स्लोगन और कलाकृतियों के माध्यम से प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के समापन पर यातायात पुलिस ने सभी प्रतिभागियों को सुरक्षित यातायात नियमों की विस्तृत जानकारी दी और सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। आयोजन के दौरान बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ उनका उत्साह भी चरम पर दिखा।
सडक़ सुरक्षा माह के समापन समारोह में इन प्रतियोगिताओं के विजयी छात्र-छात्राओं को विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन ने सडक़ सुरक्षा के प्रति न केवल बच्चों बल्कि उनके परिवारों और समुदाय को भी जागरूक करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के तहत रायगढ़ यातायात पुलिस ने जागरूकता अभियान को और सशक्त बनाने की दिशा में आज कई प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरलिया में विद्यार्थियों के बीच यातायात के नियमों और सडक़ दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों पर विशेष कार्यक्रम का आयोजित किया गया।
यातायात पुलिस ने छात्रों को सडक़ सुरक्षा के बुनियादी नियम, हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग की अनिवार्यता, और सडक़ पर सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को जिम्मेदार और सतर्क नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना था।
इसके साथ ही, जिला मुख्यालय में संचालित सभी ऑटो वाहनों पर यातायात जागरूकता से संबंधित फ्लेक्स बैनर लगाए गए। इन बैनरों के माध्यम से आम जनता तक सुरक्षित यातायात का संदेश पहुंचाने की कोशिश की गई। यातायात पुलिस ने चौक- चौराहों पर पेट्रोलिंग वाहनों के पीए सिस्टम के जरिए वाहन चालकों और आम नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। इन घोषणाओं में सडक़ सुरक्षा के महत्व और नियम तोडऩे से होने वाले खतरों पर जोर दिया गया।
पुलिस का यह अभियान रायगढ़ में सुरक्षित यातायात संस्कृति को बढ़ावा देने और सडक़ पर हो रहे हादसों को कम करने के उद्देश्य से निरंतर जारी रहेगा।
रायगढ़, 8 जनवरी। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने रायगढ़ नगर निगम के प्रशासक का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इस दौरान नगर निगम आयुक्त बृजेश सिंह क्षत्रिय और उपायुक्त सुतीक्षण यादव उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि रायगढ़ नगर निगम के महापौर और पार्षदों का कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त होने के बाद शासन ने रायगढ़ नगर निगम के प्रशासक का दायित्व कलेक्टर रायगढ़ को दिया गया है। प्रशासक की नियुक्ति से नगर निगम के प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से जारी रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जनवरी। शहर के रामलीला मैदान में आयोजित हुए 29वें मडई महोत्सव में यदुवंशियों ने सौर्य, साहस और पारंपरिक दोहा गाते हुए मड़ई महोत्सव में आकर्षक नृत्य की प्रस्तुती दी। इसमें विजयी टीम को यादव कार्य समिति अध्यक्ष अमित यादव ने प्रथम पुरस्कार एवं शील्ड प्रदान किया।
शहर के रामलीला मैदान में 29वां राउत नाच महोत्सव में प्रदेश के कोने-कोने से आए रावत नाचा दलों ने अपनी शानदार नृत्य व शौर्यकला का प्रदर्शन किया। जिसमें सारंगढ़- बिलाईगढ़ का दल प्रथम रहा जिन्हें यादव कार्य समिति अध्यक्ष अमित यादव के द्वारा प्रथम पुरूस्कार दिया गया। यादव कार्य समिति अध्यक्ष अमित यादव ने बताया कि यादव समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। यादव समाज भगवान श्रीकृष्ण के वंशज है। वे पिछले तीन सालों से अपने पिता वेदराम यादव के स्मृति में शहर के रामलीला मैदान में होनें वाले मड़ई महोत्सव प्रथम पुरस्कार देते आ रहे हैं और आगे भी इसे निरंतर जारी रखने की बात कही गई।
रामलीला मैदान में आयोजित मडई महोत्सव में दिलीप यादव, आशीष यादव, गजमोहन यादव, संदीप यादव, नरेंद्र यादव, सोनू यादव, दिनेश यादव, गोपाल यादव, आलेख यादव, संतोष यादव, लक्ष्मी यादव ने भी अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के अंतर्गत रायगढ़ पुलिस ने यातायात नियमों के पालन को बढ़ावा देने नि:शुल्क हेलमेट वितरण किया गया। ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के अनूठी पहल के तहत बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चालकों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई कर नि:शुल्क हेलमेट वितरित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम के मार्गदर्शन में थाना कोतरारोड एवं यातायात पुलिस द्वारा पतरापाली चौक पर बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चालकों को निरूशुल्क हेलमेट वितरण किया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री पटेल ने वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के महत्व और सडक़ पर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि हेलमेट केवल यातायात नियमों का पालन करने के लिए नहीं, बल्कि जीवन बचाने के लिए एक आवश्यक साधन है।
जिंदल के सहयोग से बांटे गए नि:शुल्क हेलमेट
इस अवसर पर जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के सहयोग से चालकों को नि:शुल्क हेलमेट वितरित किए गए। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम, थाना प्रभारी कोतरारोड निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी, निरीक्षक अनुरंजन लकड़ा, और जेएसपीएल के प्रतिनिधि संजीव चौहान व अन्य उपस्थित रहे।
कोतरारोड क्षेत्र में आयोजित इस विशेष अभियान के दौरान दर्जनों वाहन चालकों को हेलमेट वितरित किए गए। इस पहल का उद्देश्य न केवल नियम तोडऩे वालों को सजा देना, बल्कि उन्हें सडक़ पर सुरक्षित रहने की प्रेरणा देना भी है। पुलिस और स्थानीय उद्योग के इस संयुक्त प्रयास को आम जनता द्वारा सराहा गया। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह के तहत रायगढ़ पुलिस द्वारा जागरूकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए आगे भी इस तरह के अभियान जारी रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। राशन माफियाओं ने सरकार की निशुल्क राशन वितरण योजना का बंटाधार कर दिया है, जिससे गरीबों से उनका हक छीना जा रहा है। और आज गरीब मजदूरों के जीवन में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। राशन वितरण प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए लगी थी बायोमैट्रिक मशीन, फिर भी हितग्राही के लिये यह घातक साबित हो रही है। सरकार जनहित के लिए योजनाएं तो बनाती हैं। मगर जिम्मेदार अफसरों के उदासीन रवैये के कारण धरातल पर नहीं उतर पाती है। इसकी बानगी रायगढ़ जिले में देखने को मिल रही है।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक मनोज सारथी से शिकायतों के संबंध में पूछताछ करने पर उनका कहना था कि राशन वितरण को लेकर जो शिकायत आ रही है हम उसका जांच कर रहे है। मुझे धर्मजयगढ़ आए एक महीना ही हुआ है, हितग्राहियों को अंगूठा लगाने के बाद राशन देना अनिवार्य है अगर नहीं दे रहे हैं, उनपर जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई किया जाएगा वहीं जिन दुकानों का शिकायत आया है, और वो एक से अधिक दुकान संचालित कर रहे है तो उसका जांच करके नए अलॉटमेंट किए जाएंगे।
मामला धरमजयगढ़ विकासखंड का है जहां इन दिनों लगातार राशन घोटाले के मामले सामने आ रहे है। पहला मामला बोजिया पंचायत का आश्रित ग्राम चिता पाली जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009008 जिसका संचालक श्याम दास महंत करता है जिसके द्वारा हितग्राहियों का अंगूठा लेने के बाद भी दो से तीन माह का राशन नहीं दिया गया जिसका शिकायत ग्रामीणों द्वारा रायगढ़ आकर कलेक्टर जनदर्शन में 24 दिसंबर को शिकायत किए थे पर आज पर्यंत तक कोई भी जांच में नहीं गया।
दूसरा मामला- विजयनगर का आश्रित ग्राम कंड्रजा में शासकीय राशन दुकान मां शारदा स्व. सहायता समूह को मिला है, जिसके संचालक अजय गुप्ता द्वारा किया जाता है, जिनके द्वारा भी तीन माह का राशन ग्रामीणों को नहीं दिया गया जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा रायगढ़ कलेक्टर जनदर्शन में जाकर 31 दिसंबर में शिकायत की। जिसके बाद 3 जनवरी को जब अजय गुप्ता द्वारा राशन लेकर शासकीय दुकान पहुंचे तो ग्रामीणों द्वारा दुकान खोलने नहीं दिया। वहीं मामला बढ़ता देख धरमजयगढ़ खाद्य निरीक्षक मनोज सारथी द्वारा मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाइश दिया गया और संचालक अजय गुप्ता को बोला गया कि सोमवार 6 जनवरी तक सभी हितग्राहियों को राशन जितना भी उनका बचा है, पूरा दे नहीं तो संचालक के ऊपर कार्रवाई होगी जिसके बाद जाकर मामला शांत हुआ अब देखना है कि क्या आज सभी हितग्राहियों को राशन मिलेगा।
तीसरा मामला लक्ष्मीपुर पंचायत का आश्रित ग्राम भंवरखोल का जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009052 पूजा स्व सहायता समूह जिसका संचालन पूजा बेहरा द्वारा किया जाता है, जो कि तीन तीन माह से राशन हितग्राहियों को नहीं दी है, वहीं ग्रामीणों को धमकी तक देती हैं कि अगर मेरा शिकायत करोगे तो मैं पांच महीना का और राशन भी दूंगी, जिससे ग्रामीण पूजा बेहरा के डर से कही शिकायत तक नहीं कर रहे है।
चौथा मामला- खडग़ांव पंचायत का जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009026 रामेश्वरी स्व. सहायता समूह जिसका संचालन रामेश्वरी जो कि शाहपुर निवासी करती है। इसके द्वारा भी तीन माह से ग्रामीणों को राशन नहीं देने का मामला सुर्खियां बतौर रहा है यह तो ग्रामीणों को राशन लेने बुलाकर खुद फोन स्वीच ऑफ कर देती है हितग्राही सुबह से दोपहर तक राशन दुकान के सामने लाइन लगाकर बैठे रहते है। वहीं मौके से गुजर रहे खाद्य निरीक्षक द्वारा संचालिका रामेश्वरी को बोला गया कि 12 जनवरी तक अगर सभी हितग्राहियों को राशन नहीं दिया गया तो उसके ऊपर एफआईआर दर्ज किया जाएगा अब देखना है कि क्या 12 जनवरी तक ग्रामीणों को रामेश्वरी राशन दे पाएगी।
दरअसल, धरमजयगढ़ ब्लॉक में लगातार ऐसे कई मामले राशन घोटाले को लेकर सामने आ रहे है कई जगह ग्रामीणों को राशन दुकान संचालक द्वारा डराया जाता है जिस वजह से शिकायत नहीं करते वहीं अगर धरमजयगढ़ के कर्मठ और जुझारू अधिकारियों को शिकायत भी किया जाता है तो ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही मिलता है, अब तो ग्रामीण रायगढ़ कलेक्टर ऑफिस तक जा पहुंचे पर अब भी कोई जांच अधिकारी गांव तक निरीक्षण करने नहीं पहुंचा। क्या वाकई राशन वितरण संचालकों को अभयदान प्राप्त है जिससे वे लगातार घोटाले करते जा रहे है और उनपर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं। जिनकी शिकायत हुए है वो कई राशन दुकान संचालित कर रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। रायगढ़ रेलवे स्टेशन से अलसुबह छूटने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस में यात्री सुविधा और साफ सफाई का किस तरह ध्यान रखा जाता है इसकी बानगी आज रेल यात्रियों ने गोंडवाना में सफर करने के दौरान अपनी आंखों से देखी।
गोंडवाना एक्सप्रेस का रायगढ़ रेलवे स्टेशन से छूटने का समय सुबह साढ़े तीन बजे है मगर यह ट्रेन आज निर्धारित प्लेटफार्म में 4.24 में ट्रेन आई और उसमें साफ-सफाई के नाम पर करीब तीन घंटे तक इसे प्लेटफार्म में ही खड़े रखा गया। आखिरकार रेल यात्रियों के लंबे इंतजार के बाद सुबह 7.42 में ट्रेन को रवाना किया गया। तो रेल यात्रियों को उम्मीद थी कि ट्रेन में अच्छे ढंग से साफ-सफाई कर ली गई होगी, मगर बोगियों में प्रवेश करते ही अधिकांश रेलयात्रियों को इस बात का एहसास हुआ कि करीब चार घंटे तक रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म पर खड़े रहने और सारी रात रेलवे स्टेशन में खड़े रहने के बावजूद इसकी साफ-सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अधिकांश बोगियो के टॉयलेट से जहां बदबू आ रही थी तो वहीं बोगियों में भी अस्त-व्यस्त हालत व कचरे के ढेर ने यात्रियों का स्वागत किया।
यात्रियों के बीच इस बात को लेकर रोष देखा गया कि आखिर जब तीन से चार घंटे तक गाड़ी को साफ-सफाई के नाम पर रोका गया तो इसमें साफ-सफाई क्यों नहीं की गई और इसके लिये कौन जिम्मेदार है। प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने बताया कि 6 जनवरी को गोंडवाना में प्रवास के दौरान उन्होंने देखा कि किसी भी बोगी में झाड़ू नहीं लगा था इसी अवस्था में ट्रेन छूट रही थी। कुछ यात्रियों ने इसकी शिकायत आरपीएफ तथा जीआरपी स्टाफ को भी दी। मगर उनके द्वारा भी सफाई के नाम पर हाथ खड़े कर दिये जाने के कारण किसी यात्री ने स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना दी। इसके बावजूद ट्रेन को बिना साफ-सफाई के ही उसी स्थिति में रवाना कर दिया गया। जिसे लेकर रेल यात्रियों में खासा रोष देखा गया।
जागरूकता शिविर में 234 चालक लाभान्वित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के तहत सडक़ सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन और एडिशनल एसपी आकश मरकाम के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस रायगढ़ ने स्थानीय जिंदल बैरियर के पास एक विशेष शिविर और जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। इस आयोजन में स्वास्थ्य विभाग रायगढ़ और फॉर्टिस ओ.पी. जिंदल हॉस्पिटल का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
शिविर में 234 वाहन चालकों ने हिस्सा लिया। स्वास्थ्य परीक्षण के तहत ब्लड प्रेशर, शुगर, नेत्र परीक्षण और सामान्य स्वास्थ्य जांच की गई। जिन चालकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या पाई गई, उन्हें डॉक्टरों द्वारा तत्काल परामर्श और दवाइयां दी गईं। विशेष रूप से, जिन चालकों को दृष्टि दोष पाया गया, उन्हें फास्टैग कंप्यूटर एंड वेलफेयर सोसाइटी के सहयोग से निरूशुल्क चश्मे प्रदान किए गए।
यातायात नियमों पर विशेष प्रशिक्षण
शिविर के दौरान वाहन चालकों को यातायात पुलिस ने सडक़ सुरक्षा नियमों का पालन करने की जानकारी दी। प्रशिक्षण सत्र में सीट बेल्ट, हेलमेट उपयोग, निर्धारित गति सीमा का पालन, शराब पीकर वाहन न चलाने, और भारी वाहनों के सही संचालन के महत्व पर जोर दिया गया।कार्यशाला में विशेष रूप से मृत्यु और गंभीर चोटों को रोकने के उपाय जैसे विषयों पर प्रकाश डाला गया। चालकों को सडक़ पर वाहन चलाते समय सतर्क रहने और जिम्मेदारीपूर्वक व्यवहार करने की अपील की गई।इस आयोजन को वाहन चालकों और स्थानीय प्रशासन द्वारा सराहा गया। इस तरह के प्रयासों से सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सकता है।
यातायात पुलिस द्वारा सडक़ सुरक्षा को लेकर इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाते रहेंगे।
यह आयोजन सडक़ सुरक्षा के प्रति वाहन चालकों की जागरूकता बढ़ाने और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति सचेत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कल प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मेहर के नेतृत्व में पूंजीपथरा क्षेत्र में निरीक्षक राकेश मिश्रा और पूंजीपथरा थाने की टीम ने गेरवानी में दो स्थानों पर शराब रेड कार्रवाई की। ग्राम गेरवानी के लोहरापारा और अमरजीत ढाबा में छापेमारी करते हुए 10.44 लीटर महुआ शराब और 30 पाव अंग्रेजी शराब बरामद की गई।
मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने लोहरापारा निवासी कृष्णा सिंह (58) के घर छापा मारा। आरोपी आंगन में छिपाकर रखे गए 58 पन्नी पाउच (प्रत्येक में 180 उस महुआ शराब) कुल 10.44 लीटर और बिक्री से प्राप्त 170 रुपये बरामद किए गए। कृष्णा सिंह ने अवैध शराब बिक्री की बात स्वीकार की।
दूसरी छापेमारी अमरजीत ढाबा में की गई, जहां ढाबा संचालक गुरूप्रीत सिंह (28 वर्ष) से पूछताछ के बाद उसके ढाबे के पीछे छिपाकर रखे गए 30 पाव जम्मू व्हिस्की (कीमत 3,900 रुपये) बरामद हुए। गुरूप्रीत ने भी अवैध शराब बिक्री की बात कबूली। दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना पूंजीपथरा में धारा 34(2), 59(क) आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। ज्यों ज्यों धान खरीदी केंद्र में खरीददारी बढ़ती जा रही है, कोचिया भी अवैध धान खपाने सक्रिय हो गए हैं यही नहीं अवैध धान खरीदी रोकने निगरानी दल भी पकड़ धकड़ के लिए काफी सक्रिय है। वहीं आज देर रात लोइंग धान खरीदी केंद्र में अवैध धान खपाने के लिए लाए जा रहे दो ट्रैक्टर और एक पिक अप वाहन में लदी 294 बोरी धान को रात 10 से 11 बजे के बीच साल्हेओना और महापल्ली के बीच सडक़ पर तहसीलदार रायगढ़ शिव डनसेना ,खाद्य निरीक्षक सिदार और उनकी टीम ने पकड़ लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार साल्हे ओना के विनोद पिता सारंगपाढ़ी के नाम दिनांक 6 जनवरी के लिए 120 क्विंटल धान का टोकन काटा गया था, लेकिन 5 जनवरी की रात 10 बजे दो ट्रैक्टर जिसमें एक में 120 बोरों तथा दूसरे में 114 बोरी धान को साल्हे ओना और महापल्ली के बीच अधिकारियों ने रोका तो बताया गया कि खरीदी केंद्र में भीड़ को देखते हुए लाइन लगाने के लिए अभी से ले जा रहे हैं तब उन्हें जाने दिया गया, लेकिन जब टीम साल्हे ओना पहुंची तो सडक़ किनारे पिक अप में धान लोड किया जा रहा था, जहां पूछ ताछ करने पर व्यापारी शिवा ने बताया कि यह उसी का धान है जिसे 23 रुपए में खरीदा हु तथा आगे जो दो ट्रैक्टर धान जा रहा है वह भी मेरा है। इस बयान के बाद जांच टीम ने दोनों टै्रक्टर और पिकअप वाहन को मय धान सहित लोइंग धान खरीदी केंद्र ले आए और जब्त कार्रवाई कर धान और वाहन को लोइंग सोसायटी के सुपुर्दगी में दी गई है। मामले की जांच की जा रही है। एक ट्रैक्टर में 114 दूसरे में 120 तथा पिकअप में 60 बोरी धान लोड पाया गया है।
लक्की ड्रा में बांटे कई इनाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। रायगढ़-सारंगढ़ मार्ग में स्थित चक्रधर होटल में मिल्कियाना पशु आहार के द्वारा किसानों के लिये एक भव्य आयोजन किया गया। जिसमें शामिल होनें वाले किसानों को पशु पालन के संबंध में कई रोचक जानकारी देते हुए लक्की ड्रा के जरिये 15 किसानों को उपहार बांटे गए।
कंपनी के डायरेक्टर ने बताया कि रायगढ़ जिले के किसानों के लिये कंपनी द्वारा आज कुल 15 इनाम की घोषणा लक्की ड्रा के माध्यम से की गई। जिसमें पहला इनाम हीरो बाईक डुमरपाली के किसान तेजराम पटेल को मिला। इसके अलावा पांच किसानों को कूलर, 2 किसानों को फ्रीज, 2 किसानों को एलईडी टीवी के अलावा अन्य किसानों को भी उपहार दिये गए। इसके अलावा आने वाले दिनों में किसानों को हर क्षेत्र में कंपनी की ओर से हर संभव मदद भी देने का वादा किया गया।
कंपनी के डायरेक्टर ने यह भी बताया कि आयोजन में शामिल होने वाले सैकड़ों किसानों को यहां पशुपालन से संबधित कई रोचक जानकारियां भी दी गई। साथ ही नई तकनीक के बारे में बताया गया। यहां आने वाले किसानों को आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करके पशु पालन के संबंधित नई-नई तकनीक के बारे में जानकारी देने का आश्वासन भी दिया गया। इस कार्यक्रम में कंपनी के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल उनके मैनेजर अमोल तथा गणेश कनौजे तथा कंपनी के डीलर अरूण अग्रवाल की उपस्थिति रहे।
कंपनी के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि मिल्कयाना के पुराने कस्टमरों को सम्मानित करने के लिये कूपन का स्कीम निकाला गया था और लकी ड्रा के जरिये उनके इनाम भी बांटा गया है। मिल्कियाना के प्रत्येक बैग की खरीदी पर एक कूपन दिया गया था। कूपन की प्रतिलिप लाने पर यहां लकी ड्रा किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के करीब 32 गांव के किसानों ने हिस्सा लिया था।
किसानों ने बताया कि पशु आहार के मामले में छत्तीसगढ़ की सबसे बेहतरीन कंपनियों में से एक मिल्कियाना पशु आहार ने किसानों पर अपनी अलग पकड़ बनाई है।
शुद्धता के साथ-साथ पशुओं के लिये लाभकारी पशु आहार बनाने के लिये सभी शुद्धता का ख्याल रखा है और इसलिये शहर से लेकर गांव तक पशु आहार मिल्कियाना निरंतर बढ़ती जा रही है।
मिल्कियाना द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में लकी ड्रा के माध्यम से अंचल के कई किसानों को आकर्षक पुरस्कार भी बांटे गए जिनमें लक्ष्मण पटेल ननसिया, खीर सागर कर्राजोर, बंशी धर, डुमर सिंघा, नारायण पटेल खोखरा, सेत कुमार पटेल छातामुड़ा में से सभी को एक-एक नग सिंफोनी कूलर दामोदर चौधरी बनसिया व यशवंत पटेल जवाली को फ्रीज तथा मयाराम पटेल खोखरा, खेल कुमार चौधरी उच्चभिट्टी को एलईडी टीवी ईनाम में सौंपा गया। वहीं पहला ईनाम डूमरपाली के तेजराम पटेल को मोटर सायकल के रूप में लकी ड्रा में मिला।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। जिला भाजपा अध्यक्ष पद पर अरुणधर दीवान की ताजपोशी भाजपा संगठन में निष्ठा परिश्रम ने नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। भाजपा के सियासत बिशात में मेहनत के बलबूते अरूण धर दीवान ने यह साबित किया यदि लगातार एक प्यादा भी अपनी भूमिका का निर्वहन करता रहे तो वह सियासत में ऐसा ताकतवर वजीर बन सकता है जो हारी हुई बाजी को जीत में बदल सकता है।
छात्र राजनीति से अपने जीवन की शुरुआत करने वाले घरघोड़ा निवासी अरुण धर दीवान का जन्म पैतृक ग्राम रायगढ़ के बैकुंठपुर मोहल्ला में हुआ। स्वर्गीय पिता स्व. देवेन्द्र कुमार दुबे नौकरी के लिए रायगढ़ से घरघोड़ा आ गए थे इसलिए अरुण धर दीवान की बाल्यकाल की प्रारंभिक शिक्षा घरघोड़ा में हुई।
रायगढ़ में कॉलेज की शिक्षा के दिनों में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सम्पर्क में आए और यही से उनके राजनीतिक जीवन के सफर की शुरुआत हुई। उनके राजनैतिक जीवन के सफर की चर्चा करे तो वर्ष 1993-1995 के दौरान अरूण धर दीवान को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को घरघोड़ा ईकाई का अध्यक्ष बनाया गया। इस दौरान छात्रों की मांगों के लिए धरने आंदोलन की लंबी फेहरिस्त है।
वर्ष 1995 से 1997 तक अरुण धर दीवान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बनाए गए। वर्ष 1997 से 1999 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक पद के दायित्व पर रहे। जिला संयोजक के पद कर कार्य करते हुए अरुण धर दीवान ने रायगढ़ खरसिया,धर्मजयगढ़,लैलूंगा सारंगढ़ में छात्र राजनीति की शुरूआत की और कांग्रेस सरकार के सशक्त विरोध से इन सभी विधान सभा में युवाओं को अपनी और जोडऩा शुरू किया। और कठोर परिश्रम से 86 स्थानों में विद्यार्थी परिषद का काम पहुंचा। इस दौरान अरुण धर दीवान ने विवेकानंद जयंती पर युवा महोत्सव की शुरुआत की थी जो ढाई दशक बाद यह महोत्सव आज भी जारी है।
इनकी संगठन क्षमता और कुशल प्रबंधन शैली के कारण ही पार्टी ने विगत झारखंड चुनाव में इनको बरही विधानसभा की जिम्मेदारी दी जिसे दीवान ने 2009 के बाद 50000 मतों से जीता कर अपना लोहा प्रदेश नेतृत्व को मनाया इन्हीं सब कारणों से प्रदेश भाजपा ने इनको जिला भाजपा की नेतृत्व प्रदान किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के तहत ग्राम जोरापाली में यातायात पुलिस ने बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चला रहे वाहन चालकों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की और उन्हें निशुल्क हेलमेट वितरित किए।
पुलिसकर्मियों ने वाहन चालकों को समझाया कि वे हमेशा यात्रा के दौरान हेलमेट पहनें, क्योंकि हेलमेट सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा, उन्हें यातायात नियमों का पालन करने और तेज गति से वाहन न चलाने की अपील की गई। पुलिस ने यह भी सलाह दी कि शराब पीकर कभी भी वाहन न चलाएं, क्योंकि इससे न केवल उनकी बल्कि अन्य लोगों की जान को भी खतरा हो सकता है।
यह पहल सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से की गई थी, ताकि नागरिक सुरक्षित यातायात व्यवस्था में हिस्सा लें और सडक़ पर सुरक्षित यात्रा करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2025 के तहत ग्राम जोरापाली में यातायात पुलिस ने बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चला रहे वाहन चालकों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की और उन्हें निशुल्क हेलमेट वितरित किए।
पुलिसकर्मियों ने वाहन चालकों को समझाया कि वे हमेशा यात्रा के दौरान हेलमेट पहनें, क्योंकि हेलमेट सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा, उन्हें यातायात नियमों का पालन करने और तेज गति से वाहन न चलाने की अपील की गई। पुलिस ने यह भी सलाह दी कि शराब पीकर कभी भी वाहन न चलाएं, क्योंकि इससे न केवल उनकी बल्कि अन्य लोगों की जान को भी खतरा हो सकता है।
यह पहल सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से की गई थी, ताकि नागरिक सुरक्षित यातायात व्यवस्था में हिस्सा लें और सडक़ पर सुरक्षित यात्रा करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। जिले में राष्ट्रीय सुरक्षा माह 2025 के तहत यातायात जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य जनता को सडक़ सुरक्षा और यातायात नियमों के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
कार्यक्रमों की शुरुआत में थाना यातायात रायगढ़ के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा शपथ ग्रहण ली गई। उन्होंने यातायात नियमों का पालन करने और आमजन को भी इन नियमों के प्रति जागरूक करने की शपथ ली। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि सडक़ सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है, और प्रत्येक नागरिक को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
जिले में पूरे माह विभिन्न स्थानों पर जागरूकता शिविर, रैली, और सडक़ सुरक्षा से संबंधित कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इनमें स्कूलों, कॉलेजों, और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता के बारे में बताया जाएगा।
यातायात थाना प्रभारी ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाना और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सडक़ पर चलते समय हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, और गति सीमा का पालन करने जैसे बुनियादी नियमों का पालन करें।
राष्ट्रीय सुरक्षा माह के इस अभियान के तहत लोगों को सडक़ सुरक्षा के प्रति अधिक जिम्मेदार और जागरूक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यातायात पुलिस का कहना है कि यह अभियान लोगों को जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा और सडक़ पर सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। जूटमिल थाना पुलिस ने महिला से छेड़छाड़ की घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी लक्ष्मीनारायण अजगल्ले को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। घटना 3 जनवरी की शाम की है, महिला ने अपने साथ हुई अभद्रता की शिकायत कल थाना जूटमिल में दर्ज कराई।
पीडि़ता ने अपनी शिकायत में बताया कि शाम करीब 6 बजे वह अपने घर से राशन का सामान लेने जा रही थी। रास्ते में लक्ष्मीनारायण अजगल्ले ने उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए कंधे पर हाथ रख दिया और उसकी शॉल खींचकर नीचे गिरा दी। जब महिला ने भागने की कोशिश की, तो आरोपी उसका पीछा करने लगा। इसी बीच कुछ जान-पहचान के लोग वहां पहुंचे और आरोपी को फटकार लगाई, जिसके बाद वह वहां से भाग गया।
महिला की शिकायत पर थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने तत्काल कार्रवाई करते हुए धारा 74, 76 बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया। पुलिस ने रात में ही दबिश देकर आरोपी लक्ष्मीनारायण अजगल्ले को हिरासत में लिया। उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
जूटमिल पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया और पीडि़ता को न्याय दिलाने की दिशा में कदम उठाया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। हमीरपुर धान मंडी निरीक्षण टीम को अवैध धान परिवहन करते ट्रैक्टर मालिक टिकेश्वरी खंडैत हमीरपुर की ड्राईवर द्वारा बहार से धान खरीदी कर हमीरपुर से पड़ी गांव को सुबह 8 बजे खेतवाही रास्ता से जोब रो होते हुए ले जा रहा था। जिसे पडिग़ांव के पटवारी टीम ने दौड़ा कर पकड़ा जिसमें 150 बोरी लगभग धान पाया गया। गाड़ी को हमीरपुर मंडी प्रांगण तक लाने के बाद ड्राईवर गाडी छोडक़र भग गया। पटवारी संतोष कुमार साहू के द्वारा तमनार तहसील दार खाद्य अधिकारी घरघोडा तमनार मंडी निरीक्षक कृषि विभाग को सुचित कर आगे की कार्रवाई एवं पंचनामा बनाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर कु टिकेश्वरी खंडेत हमीरपुर एवं ड्राइवर जय प्रकाश किसान का नाम आया है। ड्राइवर को बुलाने पर धान का मालिक हमीरपुर के कैलाश बारीक बताया। एडीओ यूएन नगाइच द्वारा पड़ी गांव का किसान को धान मालिक बताया गया था। बाद में पंचनाम अज्ञात व्यक्ति के नाम बना कर खाना पूर्ति किया गया। ट्रैक्टर एवं धान को मंडी समिति प्रबंधक के सुपुर्द किया गया।
इस क्षेत्र मे आए दिन ओडिशा से धान खरीद कर रात को रखते है। किसान पंजीयन की सैटिंग कर मंडी में भेजते हैं। यह इस वर्ष का तीसरा केस है। कोचिया इतना निडर है जो दिन को भी धान लोड कर दूसरे गांव ले जा रहे हैं। कोई कार्रवाई नहीं होने से क्षेत्रवासी जनता में आक्रोष है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। थाना घरघोड़ा पुलिस ने एक पुराने मामले में फरार चल रहे अवैध मवेशी तस्करी के आरोपी खिलेश्वर दास बैरागी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले में 6 मवेशियों और एक महिंद्रा पिकअप वाहन को पहले ही जब्त किया जा चुका था।
22 अक्टूबर को मुस्तकिम खान ने थाना घरघोड़ा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 20 अक्टूबर की रात वह अपने साथियों भरत निराला और सोनू खान के साथ घरघोड़ा-धरमजयगढ़ मार्ग के कंचनपुर तिराहे पर थे। उन्होंने देखा कि एक महिंद्रा पिकअप वाहन में मवेशियों को निर्दयतापूर्वक भरकर रायगढ़ से पत्थलगांव की ओर ले जाया जा रहा था। पिकअप वाहन को रोकने का प्रयास करने पर चालक वाहन को तेजी से भगाते हुए बरघाट एसईसीएल कॉलोनी के पास पुल के नीचे छोडक़र फरार हो गया। वाहन में 6 मवेशी रस्सियों से बंधे हुए थे और अत्यधिक भूखे-प्यासे हालत में थे।
मुस्तकिम खान की शिकायत पर थाना घरघोड़ा में धारा 4, 6, 10 छ.ग. कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने मौके से 6 मवेशी और महिंद्रा पिकअप वाहन को जब्त कर मवेशियों को सुपुर्दनामा में सुरक्षित रखा।
पुलिस ने विवेचना दौरान आरोपी खिलेश्वर दास बैरागी की तलाश जारी थी, जो घटना के बाद से फरार था। गहन तलाश और मुखबिर की सूचना पर आरोपी को उसके निवास स्थान से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी से वाहन की चाबी भी जब्त कर ली और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। रविवार की सुबह शार्ट सर्किट से आग लगने के बाद एक सिलेंडर के ब्लास्ट होने से मुरादी द किचन में भयंकर आग लग गई। आग लगने की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने पांच घंटे के मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसी बीच मुरारी किचन के बगल में स्थित एनएस डेकोर में भी आग लग गई और यहां भी भारी नुकसान हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक ढिमरापुर के पास स्थित मुरारी द किचन में रविवार के तडक़े 3 बजे के आसपास शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई और एक सिलेंडर के ब्लास्ट होते ही देखते ही देखते आग ने भयावह रूप अख्तियार कर लिया। बताया जा रहा है यहां लगी आग ने बगल में स्थित एनएस डेकोर को भी अपने चपेट में ले किया वहां भी काफी सामान जलकर खाक हो गया।
आसपास के मौजूद लोगों को जैसे ही आगजनी की घटना हुई उन्होंने तत्काल मामले की सूचना सिटी कोतवाली पुलिस के आलावा फायर ब्रिगेड की टीम को दी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौके पर पहुंच कर 5 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो जल्द ही अगर आग पर काबू नहीं पाया जाता है और भी आसपास के और भी दुकान इस आग की चपेट में आ सकते थे।
मुरारी द किचन के संचालक ने बताया कि रात करीब साढ़े 3 बजे के आसपास आग लगी थी गार्ड द्वारा आगजनी की सूचना मिली जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों ने पहले ही दमकल को घटना से अवगत करा दिया था। आगजनी में नुकसान का आकलन करने के बाद ही कितना का नुकसान किया है पता चल सकेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। हर सभ्यता वक्त की रेत पर अपने निशान छोड़ जाती है, ऐसे ही शैलचित्रों की अनोखी दुर्लभ श्रृंखला रायगढ़ की पहाडिय़ों में बिखरी हुई है, जो सदियां बीतने पर भी धूमिल नहीं हुई है और प्रागैतिहासिक काल से मानव विकास क्रम की कहानियां कह रही हैं। रायगढ़ जिले में हजारों वर्ष पुराने पाषाणकालीन समृद्ध शैलचित्रों का खजाना है, जो न केवल देश एवं प्रदेश में बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। ऐसी दुर्लभ पुरासंपदा हमारी प्राचीन सभ्यता के जीवंत अमूल्य अवशेष है।
रायगढ़ जिले में आदिम मानवों द्वारा सिंघनपुर, करमागढ़, कबरापहाड़, ओंगना, नवागढ़ पहाड़ी, बसनाझर, भैंसगढ़ी, खैरपुर, बेनिपाट, पंचभैया पहाड़, राबकोब गुफा, सारंगढ़ के सिरौलीडोंगरी जैसे अनेक स्थानों में शैलाश्रय में शैलचित्र उकेरे गए है, जिनमें पशु-पक्षी, आखेट के दृश्य, परम्परा, जीवनशैली, पर्व एवं त्यौहार का चित्रांकन दीवारों पर किया गया है। ऐसे रॉक पेंटिंग विश्व के अन्य देशों फ्रांस, स्पेन, आस्ट्रेलिया एवं मेक्सिको में भी पाये गए हैं। प्रागैतिहासिक काल में आदिम मानव इन सघन एवं दुर्गम पहाडियों में गुफाओं एवं कंदराओं में निवास करते थे और यहां सभ्यता का विकास होता गया। आदिम कुशल चित्रकारों द्वारा बनाये इन शैलचित्रों में उनकी जीवनशैली एवं परिवेश की अनुगूंज सुनाई देती है, जिसकी भावनात्मक अभिव्यक्ति इन रेखाचित्रों के रूप में उभरकर सामने आती है। आदिमानव रंगों के प्रयोग से अनभिज्ञ नहीं थे। यह शैलचित्र हमारे पुरखों द्वारा दिया गया बहुमूल्य उपहार है।
हमीरपुर रोड से कुछ दूरी पर सघन वनों के बीच प्राकृतिक छटा से घिरी रमणीय करमागढ़ की पहाडिय़ों के बीच उषा कोटि शैलाश्रय में पाषाणकालीन आदिम मानवों ने गहरे गैरिक रंग से ग्रामीण जन-जीवन को प्रदर्शित करते हुए विभिन्न पशुओं एवं सुंदर श्रृंखलाओं में ज्यामितीय आकृतियां चट्टानों में अंकित किए हैं। उषा कोटि में धान की बालियां, चांद, ढेकी, हिरन, खरगोश, बारहसिंघा, कछुआ, हाथी, छिपकली, मेंढक, बैल, पेड़-पौधे, मोती की सुंदर लडियों जैसी आकृतियां स्पष्ट नजर आती है। विख्यात पुरातत्वविद स्व.पंडित लोचन प्रसाद पाण्डेय ने इसकी तुलना अमेरिका के गुफा चित्रों से की थी। उडिया संस्कृति से प्रभावित इन शैलचित्रों में घर, आंगन एवं दीवारों में पर्व के अवसर पर सजाने के लिए अल्पना सदृश्य खूबसूरत चित्र बनाये गये है। वैसे ही कमल के फूल, गेहू एवं धान की बालियां एवं तरह-तरह के अनोखी कलात्मक आकृतियां बनी हुई है। शासन के पुरातत्व विभाग द्वारा इन शैलचित्रों को संरक्षित किया जा रहा है। ग्रामीण यहां त्यौहार के अवसर पर ग्राम देवता के रूप में पूर्वजों की पूजा करने आते है।
रायगढ़ जिला मुख्यालय से 20 किलो मीटर दूर भूपदेवपुर के समीप ग्राम सिंघनपुर के समीप मैकल पर्वत श्रेणी में लगभग 2 हजार फीट की ऊंचाई पर मनोरम पहाडिय़ों के बीच जैव विविधता से परिपूर्ण सिंघनपुर की अद्वितीय गुफा है, जहां गैरिक रंग में मानव शरीर का आकार सीढ़ीनुमा सदृश, मानव आकृतियां एवं पशु-पक्षी की आकृतियां बनी हुई है। सिंघनपुर की पहाडिय़ों में तीन गुफाएं हैं, जिनमें से दो दक्षिणमुखी है एवं तीसरा पूर्वमुखी है। पूर्वमुखी गुफा जिसके बाह्य भाग में शैल चित्र है, जहां जाना भी कठिन ही है।
प्रागैतिहासिक शैलाश्रय की पुष्टि 19 वीं शताब्दी के मध्य पुरातत्व अधिकारी ए.सी.करलेले ने की थी। आदिम युगीन के इन शैलचित्रों को स्व.एंडरसन ने 1912 ईसवीं में पहली बार देखा था।
उन्होंने 1918 में इंडियन म्यूजियम ऑफ कलकत्ता के निदेशक पर्सी ब्राउन को इसकी जानकारी दी थी, जिन्होंने अपनी पुस्तक इंडियन पेंटिंग में शैलचित्रों का जिक्र किया था। स्व. एंडरसन अपने साथी राबर्टसन के साथ सिंघनपुर की गुफा गए थे और यहां का अन्वेषण किया। इसी दौरान गुफा में मधुमक्खियों के काटने से राबर्टसन की मृत्यु हो गयी। उनकी स्मृति में रेलवे स्टेशन का नाम रॉबर्टसन रखा गया है। पर्सी ब्राउन के बाद कई पुरातत्वविद सर हेनरी हडवे, व्ही स्मिथ, अमरनाथ दत्ता और पंडित लोचन प्रसाद पांडेय ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया। सिंघनपुर की गुफा, पुरातत्वविदों के लिए जिज्ञासा एवं कौतुहल से भरी हुई है।
रायगढ़ से 15 किलोमीटर दूर लोईंग से कुछ दूर पर कबरापहाड़ में पाषाण युग के विशिष्ट शैलचित्र है। जहां गैरिक रंग में छिपकली, हिरण, जंगली भैसा, बारहसिंघा, मेंढक, कछुआ, चक्र, जंगली भैसा मानव आकृतियां एवं विभिन्न प्रकार की ज्यामितियां आकृतियां है। यहां बने चक्र की खासियत यह है कि इसमें 36 लकीर बनी हुई है। पुरातत्वविदों के अनुसार कबरा पहाडिय़ों के शैलचित्र लगभग 5000 वर्ष पुराने हैं। ग्रामवासी इन शैलचित्रों की पूजा करते हैं।
रायगढ़ से लगभग 70 किलोमीटर दूर धरमजयगढ़ विकासखण्ड मुख्यालय से ग्राम ओंगना 4 किलोमीटर दूर है। वहां समीप के पहाडियों में शैलाश्रय में मोहक शैलचित्र बने हुए है। ओंगना के शैलचित्र मानवीय सभ्यता के क्रम को प्रगट करते है। यहां तीन मानव की आकृतियां है। सामूहिक नृत्य का चित्रांकन, बैल की आकृति, साज-सज्जा वाली मानव आकृतियां है। ग्रामीण इसे देव स्थान के रूप में मानते है।
धरमजयगढ़ से 17 किलोमीटर दूर पंचभैया पहाड़ी पर प्राचीन महत्व के शैलचित्र हैं। ऐसी किवदंति है कि प्राचीन काल में पांचों पांडवों ने यहां रूककर विश्राम किया था। पहाड़ी के कटाव पर शैलचित्र हैं, जो गेरूए रंग से बने हुए हैं। इस पहाड़ पर हाथा नामक स्थान है, जहाँ चट्टानों पर 34 पंजों के निशान मिले हैं। वन्दनखोह गुफा के शैलचित्र, घोड़ी डोंगरी पहाड़ी के शैलचित्र, सिसरिंगा के चिनिडंड पहाड़ी के शैलचित्र एवं वोडरा कछार पहाड़ी के शैलचित्र अनूठे हैं। धरमजयगढ़ की राबकोब गुफा के शैलचित्र विशेष हैं। यह स्थल धरमजयगढ़ के ग्राम पोटिया के समीप पहाड़ी की तलहटी में अवस्थित है। कार्बन डेटिंग से गुफा में निर्मित शैलचित्र 20 से 30 हजार वर्ष पुराना निर्धारित किया गया है।
रायगढ़ से दक्षिण दिशा में 8 किलोमीटर दूर ब्रम्हनीन पहाड़ी पर बसनाझर पहाड़ी के गुफाओं एवं कंदराओं में अनगिनत शैलचित्र बिखरे हुए है। स्व. एंडरसन द्वारा सिंघनपुर के शैलचित्रों के खोज के बाद बसनाझर के शैलचित्र पर भी अनुसंधान किया गया। पुरातत्वविदों के अनुसार ये शैलचित्रों 10 हजार ईसा पूर्व के है। ये शैलचित्र प्रस्तर युग तथा नवीन प्रस्तर युग के है। जिनमें आखेट युग को भी दर्शित किया गया है। आदिम शैलचित्रकारों ने आखेट दृश्य को प्रस्तुत किया है। यहां हिरण मानव आकृतियां एवं खेती तथा पशुपालन, सूर्यचक्र, देव आकृति प्रदर्शित किए गए है।
जिले में प्रागैतिहासिक कालीन शैलचित्रों में प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति उत्कृष्ट रूप में अभिव्यक्त हुई है और यह पुरातत्वविदों के लिए अनुकरणीय है। रहस्य एवं रोमांच से भरपूर इन शैलचित्रों में अभी भी बहुत कुछ खोजना शेष है। इन कहानियों को क्रमिकता में समझने की जरूरत है, कि उस काल में जीवन किस तरह का था और रचनात्मकता किस तरह की थी। इनका सही वैज्ञानिक विश्लेषण करने पर मानव विकास के क्रम की कई तस्वीरें सामने आएगी।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 जनवरी। बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से प्रदेश भर के पत्रकारों में गहरा आक्रोश है। इस घटना को लेकर रायगढ़ के पत्रकारों ने भी एकता का प्रदर्शन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार नरेश शर्मा और रमेश अग्रवाल के नेतृत्व में एडिशनल एसपी रायगढ़ को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा है कि इस समय छत्तीसगढ़ के पत्रकार स्वतंत्र रूप से अपनी कलम नहीं चला पा रहे। आये दिन छत्तीसगढ़ के किसी भी क्षेत्र में पत्रकार की कलम को रोकने का प्रयास प्रशासनिक स्तर पर सहित. ठेकेदार, भू माफिया, शराब माफिया अन्य असमाजिक तत्वों के द्वारा हर स्तर में प्रयास किया जा रहा है। जिसने अपनी कलम नहीं रोकी, उसके साथ कोई न कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है। जिससे छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या में शामिल हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके सम्पत्ति को कुर्क करके पत्रकार साथी के परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए। साथ ही दिवंगत पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकार को शहीद का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा प्रदेश में अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किए जाने की मांग भी की गई है।
बीजापुर की घटना लेकर रायगढ़ के पत्रकारों ने कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रकरण चला कर जल्दी से जल्दी फांसी की सजा दी जाए।
इधर, इस मामले को लेकर रायगढ़ पत्रकार संघ अब वकील संघ को भी ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है। ताकि आरोपियों की तरफ से प्रदेश का कोई भी वकील केस न लड़े। वहीं आज शाम 6 बजे शहर के मुख्य चौक से कैंडल मार्च निकाल कर महात्मा गांधी चौक पर पत्रकार को श्रद्धांजलि दी गई।
रायगढ़, 5 जनवरी। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या के बाद रायगढ़ जिले के पत्रकारों ने इस अमानवीय घटना के विरोध में पैदल मार्च निकालकर न्याय की मांग की। घटना ने पूरे छत्तीसगढ़ को झकझोर दिया है। रायगढ़ प्रेस क्लब के नेतृत्व में पत्रकारों ने गांधी चौक से शुरू होकर कारगिल चौक, गुरुद्वारा रोड, और सुभाष चौक होते हुए गांधी चैक तक पैदल मार्च किया।
इस विरोध प्रदर्शन में पत्रकारों ने हाथों में मोबाइल जलाकर दिवंगत साथी के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। गांधी चौक पर मार्च समाप्त होने के बाद, पत्रकारों ने दिवंगत साथी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही, कैंडल जलाकर और दो मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
पत्रकारों ने मांग की कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन्हें फांसी की सजा दी जाए, ताकि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस घटना ने पत्रकारिता जगत में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, और रायगढ़ सहित पूरे राज्य में न्याय की मांग जोर पकड़ रही है।