दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 फरवरी। दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पित महिला नक्सली द्वारा खुदकुशी किये जाने का मामला सामने आया है। आज दोपहर को सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी ने स्थानीय हाईस्कूल मैदान में विरोध प्रदर्शन किया।
सोनी ने पुलिस प्रशासन पर खुदकुशी के मामले पर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं महिला नक्सली के शव को लेने से परिजनों ने इंकार कर दिया। बुधवार देर शाम तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मृतका के परिजन डटे रहे। वहीं पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव द्वारा परिजनों को लगातार समझाइश दी जाती रही।
उल्लेखनीय है कि चेतना नाट्य मंडली सदस्य पांडे कवासी उम्र 20 वर्ष द्वारा विगत 19 फरवरी को पांच नक्सली साथियों सहित आत्मसमर्पण किया गया था। पांडे कवासी कटेकल्याण थाना अंतर्गत गुडसे गांव की निवासी थीं। इसके उपरांत वह पुलिस की विशेष निगरानी में थी। मंगलवार शाम करीब 4.30 बजे वह बाथरूम गई हुई थी। विलंब होने पर महिला पुलिस कर्मियों द्वारा दरवाजा खटखटाया गया। जवाबी प्रतिक्रिया के अभाव में दरवाजे को बलपूर्वक खोला गया। बाथरूम में महिला नक्सली का शरीर दुपट्टे से लटक रहा था। पुलिसकर्मियों द्वारा तत्परता पूर्वक दुपट्टे को खोल कर निकाला गया। उसे तत्काल जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
इस मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी ने स्थानीय हाईस्कूल मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। सोनी ने पुलिस प्रशासन पर खुदकुशी के मामले पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान सोनी सोढ़ी के समर्थक भी मौजूद थे।
लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। हर कोई शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात को रख सकता है।
परिजनों ने किया शव लेने से इंकार
आत्मसमर्पित महिला नक्सली की खुदकुशी के मुद्दे पर जिले की राजनीति उथल-पुथल मच गई। दिवंगत महिला नक्सली के शव को लेने से परिजनों ने इंकार कर दिया। देर शाम तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मृतका के परिजन डटे रहे। वहीं पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव द्वारा परिजनों को लगातार समझाइश दी जाती रही।