छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 अप्रैल। जन समर्पण सेवा संस्था दुर्ग ने जरुरतमंदों को नि:शुल्क भोजन सेवा के अलावा अन्य सेवाभावी कार्यों के 3 हजार दिन याने 8 वर्ष 3 माह का लंबा समय पूर्ण कर लिया है। इन सेवा कार्यों की खास बात रही कि यह सेवा कार्य 3 हजार दिनों में एक दिन भी कभी थमा नहीं। सेवा कार्यों में बराबर निरंतरता रही।
संस्था के कुल 40 युवा सदस्यों का यह सेवाभावी कार्य छत्तीसगढ़ में अपने तरह का अनोखा रिकॉर्ड है। जो मानव सेवा की बड़ी मिशाल है। सेवा के इन 3 हजार दिनों को यादगार बनाने जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा 19 अप्रैल को मानव सेवा के साथ-साथ पशु-पक्षियों की सेवा करने का भी निर्णय लिया गया है।
इस सेवाभावी कार्य के लिए पुराना बस स्टैण्ड में दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों की चिंता करते हुए संस्था द्वारा उनके दाना-पानी के लिए शहर के पूरे 60 वार्डों में प्रति वार्ड 8 नग कोटना और करीब 70 नग सकोरे का वितरण किया जाएगा। इसके लिए 450 की संख्या में कोटना और 4 हजार की संख्या में सकोरे तैयार करवाए गए है। जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा इस सेवाभावी कार्य में पार्षदों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है। कार्यक्रम में विधायक, महापौर और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। जिनके हाथों से पार्षदों को वार्डों के लिए कोटना व सकोरे प्रदान किए जाएंगे।
इस संबंध में मंगलवार को मीडिया से चर्चा में जन समर्पण सेवा संस्था के प्रमुख योगेेन्द्र शर्मा (बंटी) ने बताया कि संस्था के सेवा कार्य को शुरू किए 3000 दिवस पूर्ण हो गए है। जिसमें प्रतिदिन दुर्ग रेल्वे स्टेशन में एक साथ सभी गरीब, असहाय, विकलांगजनों को भोजन कराया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन भोजन के लिए आने वाले जरूरतमंद जब यहां पर भोजन कर जाते हैं तो दुआएं व आशीर्वाद दिए बिना नहीं रहते। ये दुआएं व आशीर्वाद यहां सेवा दे रहे लोगों में ऊर्जा का कार्य कर रहा है। इस सेवा कार्य में आमजन की भागीदारी निरंतर बढ़ती जा रही है। योजना शुरू करने के बाद से दानदाताओं का सहयोग निरंतर मिल रहा है।
संस्था द्वारा गंभीर बीमारी, लकवा, दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को मेडिकल पर्लंग, व्हीलचेयर, कम्मोट चेयर भी नि:शुल्क करवाती है। एबुलेंस की सुविधा भी संस्था द्वारा शुुरु की गई है। संस्था के सेवाभावी कार्यों में सदस्यगण आशीष मेश्राम, राजेंद्र ताम्रकार, अर्जित शुक्ला, सुजल शर्मा, प्रकाश कश्यप, आदित्य नारंग, विकास पुरोहित, मृदुल गुप्ता, ईश्वर साहू, दद्दू ढीमर, संजय सेन, महेश गुप्ता, ईशान शर्मा, शब्बू पाकीजा, अख्तर खान, शंकु ढीमर, हरीश ढीमर, ऋषि गुप्ता, मोहित पुरोहित, रूपल गुप्ता, वासु शर्मा, शुभम सेन, शिबू खान, दुर्गेश यादव, सचिन व अन्य सदस्यों का लगातार सहयोग मिल रहा है।