‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 मार्च। जिले के मनरेगा कर्मचारियों ने 3 दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के पहले दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय व पंचायत मंत्री विजय शर्मा को अपनी पीड़ा और समस्याओं को लिखते हुए कहा कि मनरेगा योजना अंतर्गत 10 वर्ष से अधिक सेवा अवधि पूर्ण कर चुके कर्मचारियों की बड़ी संख्या है। वर्षों सेवा देने के बाद भी हम कर्मचारियों के लिए न मानव संसाधन नीति बन पाई है और न ही नियमितीकरण हो पाया है। जबकि राजस्थान में 9 वर्ष सेवा पूर्ण कर चुके मनरेगा कर्मचारियों को नियमित किया गया है। मध्यप्रदेश , उड़ीसा , हिमाचल प्रदेश एवं अन्य राज्यों में मनरेगा कर्मचारियों के लिए बेहतर वेतनमान, सुविधा एवं पॉलिसी बनाई गई है।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के बीजापुर जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि हड़ताल के पहले दिन जिलों में मन की पाती के माध्यम से कर्मचारियों ने अपनी पीड़ा को लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय व पंचायत मंत्री विजय शर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से अपनी सेवा सुरक्षा , सामाजिक सुरक्षा हेतु सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की अपील की हैं। उन्होंने बताया कि हड़ताल के दूसरे दिन 27 मार्च को मुख्यमंत्री के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौपा जाएगा।