‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 मार्च। दंतेवाड़ा में आगामी 1, 2 और 3 अप्रैल को संभाग स्तरीय बस्तर पंडुम का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसकी सफलता के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
जनजातीय बाहुल्य राज्य छत्तीसगढ़ की स्थानीय कला एवं संस्कृति परंपरा से परिपूर्ण बस्तर अंचल के लोककला, शिल्प कला, तीज-त्यौहार, खान-पान, बोली-भाषा, रीति-रिवाज, वेशभूषा, आभूषण, वाद्य यंत्र, पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत, नाट्य, व्यंजन पेय पदार्थ के मूल स्वरूप को संरक्षण, संवर्धन एवं कला समूहों के सतत विकास तथा जनजातीय कलाकारों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से संभाग स्तरीय ‘‘बस्तर पंडुम ’’ का आयोजन 1, 2, 3 अप्रैल को किया जा रहा है।
इस वृहद आयोजन में जिला सुकमा, बीजापुर, बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर जिलों के विजेता प्रतिभागी टीमें पुन: अपना सांस्कृतिक प्रदर्शन जिला मुख्यालय में करेंगी।
इसकी तैयारी एवं सफल आयोजन के तहत जिला कार्यालय के डंकनी सभा कक्ष में सीईओ जिला पंचायत जयंत नाहटा द्वारा नोडल अधिकारियों की आवश्यक बैठक सोमवार को ली गई।
बैठक में प्रतियोगिता में सम्मिलित प्रतिभागियों के ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था, प्रतिभागियों के आवागमन की सम्पूर्ण व्यवस्था, कला एवं संस्कृति से संबंधित समस्त व्यवस्थाओं, विजेताओं को नगद पुरस्कार, प्रमाण पत्र , साथ ही प्रतियोगिता स्थल पर बांस-बल्ली व्यवस्था, बैरिकेडिंग, प्रतियोगिता स्थल पर सम्पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, प्रतिभागियों के आवागमन हेतु वाहन की व्यवस्था, टेंट पंडाल, मंच व्यवस्था कार्यपालन, साउंड सिस्टम, मंच में लाइट तथा जनरेटर की व्यवस्था, प्रतियोगिता स्थल पर विद्युत व्यवस्था, प्रतियोगिता स्थल में आवश्यक ले - आउट, समतलीकरण, साफ-सफाई, पीने के पानी, पानी टेंकर, चलित शौचालय एवं संबंधित अन्य कार्य, फायर ब्रिगेड की व्यवस्था, विशिष्ट अतिथियों के समन्वय हेतु लाईजनिंग के संबंध में विशेष दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।