‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 20 मार्च। जिला ट्रैफिक पुलिस में पदस्थ आरक्षक ने बीती रात अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव डीएनके कॉलोनी स्थित बीईओ कार्यालय के पास उनके सरकारी आवास के बाहर पेड़ से लटका मिला।
आत्महत्या के लिए आरक्षक ने अपनी ही शर्ट का उपयोग किया था, जबकि उनकी शर्ट और बनियान पूरी तरह खून से सनी हुई थी। इस घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रैफिक पुलिस आरक्षक विकास पाण्डेय मूल रूप से लिहागांव बड़ेराजपुर के निवासी थे और वर्तमान में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ कोण्डागांव में रह रहे थे।
19 मार्च को वे अपने ससुराल गिरोला गांव गए थे और वहां से ड्यूटी में लौटने की बात कहकर अकेले कोण्डागांव लौट आए।
लौटते समय उनकी कार रास्ते में आम के पेड़ से टकरा गई, जिससे वे मामूली रूप से घायल भी हुए थे। हालांकि, इसके बावजूद वे कोण्डागांव पहुंचे और उसी रात अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
विकास पाण्डेय की आत्महत्या के पीछे के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और परिवार के सदस्यों तथा सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।