स्वावलम्बी व आर्थिक रूप से हुई सशक्त, पीएम का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,18 मार्च। एक स्वतंत्र और सक्षम कारोबारी बनकर स्वावलम्बी एवं आर्थिक रूप से सशक्त महिला की पहचान बनने की तमन्ना संजोये सुनयाना की पारिवारिक जिंदगी साधारण रुप से गुजर रही थी। इसी बीच पति शशिकांत ताम्रकार के दोस्त राजकुमार गोविंदा जो बलौदाबाजार में जूता-चप्पल की दुकान चलाते हैं, उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के बारे में बताया। इससे प्रेरित होकर सुनयना ने यूनो बैंक, बलौदाबाजार से संपर्क किया और इस योजना के तहत 10 लाख रुपये का ऋण प्राप्त किया। सन 2021 में उन्होंने लवन के बस स्टैंड के पास में ‘पारस कलेक्शन’ नाम से कपड़ों की दुकान खोली।
शुरू में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाया। आज उनकी पहचान क्षेत्र में एक विश्वसनीय एवं सक्षम व्यवसायी के रूप मे है। अब सुनयना अपने व्यवसाय से स्वावलम्बी और आर्थिक रुप से सशक्त बन गई है। जिलें की तहसील लवन निवासी सुनयना बताती हैं कि कभी सोचा नहीं था कि खुद का व्यवसाय शुरू कर पाएंगी। लेकिन प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने उनके इस सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की जानकारी मिली तों इससे प्रेरित होकर यूको बैंक, बलौदाबाजार से संपर्क किया और इस योजना के तहत 10 लाख रुपये का ऋण प्राप्त किया। सन 2021 में उन्होंने लवन के बस स्टैंड के पास में ‘पारस कलेक्शन’ नाम से कपड़ों की दुकान खोली। शुरू में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाया। श्रीमती सुनयना ताम्रकार कहती हैं, यदि आप में कुछ करने की इच्छाशक्ति हो, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने मुझे आत्मनिर्भर बनने में मदद की। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और इस योजना से जुड़े सभी अधिकारियों का दिल से धन्यवाद करती हूँ।
आज सुनयना ताम्रकार अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं और अपने व्यवसाय को और आगे ले जाने की तैयारी कर रही हैं। उनकी कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं और आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 अप्रैल, 2015 को शुरू की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) ने 10 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान करके गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि, लघु और सूक्ष्म उद्यमों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महत्वाकांक्षी उद्यमियों को सहायता करने के लिए वित्त मंत्री ने 23 जुलाई, 2024 को केंद्रीय बजट 2024-25 के दौरान ऋण सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपए करने की घोषणा की। यह नई सीमा 24 अक्टूबर, 2024 को प्रभावी हुई।इस घोषणा में एक नई ऋण श्रेणी, तरुण प्लस भी पेश की गई है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिन्होंने पहले तरुण श्रेणी के तहत ऋण लिया है और उसे सफलतापूर्वक चुकाया है, जिससे उन्हें 10 लाख रुपए से 20 लाख रुपए के बीच ऋण प्राप्त करने की सुविधा मिलती है।