छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 16 मार्च। आर्थिकग एवं सांख्यिकी विभाग ने राज्य में मृत्यु के कारणों के चिकित्सकीय प्रमाणीकरण (एमसीसीडी) विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में राज्यभर के चिकित्सकों, जनगणना निदेशालय, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
सांख्यिकी विभाग के अपर संचालक एन बुलीवाल ने एमसीसीडी की महत्ता बतायी । उन्होंने कहा कि अस्पतालों से अधिक संख्या में एमसीसीडी प्रपत्र प्राप्त करने और आंकड़ों की गुणवत्ता सुधारने करने, एमसीसीडी की प्रक्रिया को बेहतर बनाने और विभिन्न विभागों में समन्वय पर जोर दिया। जनगणना के उप निदेशक ने एमसीसीडी में अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और राज्यभर के अस्पतालों से एमसीसीडी प्रपत्रों के संग्रहण की आवश्यकता पर जोर दिया।
एम्स रायपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. स्वप्निल अखाड़े ने एमसीसीडी एवं आईसीडी-10 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने फॉर्म-4 को सही तरीके से भरने, मृत्यु के कारणों को क्रमबद्ध लिखने और अंग्रेजी में स्पष्ट एवं बोल्ड अक्षरों में दर्ज करने की तकनीकी जानकारी दी। साथ ही एमसीसीडी आंकड़ों के आधार पर स्वास्थ्य नीतियों के निर्माण में सरकार को होने वाले लाभ पर भी चर्चा की।