मुख्यमंत्री निवास में एमओयू पर हुआ हस्ताक्षर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 19 जनवरी। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर समेत राज्य के पांच अन्य नगर निगमों में कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इस परियोजना के तहत ठोस कचरे और बायोमास से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में बायोगैस का उत्पादन होगा।
बिलासपुर में इस संयंत्र की स्थापना के लिए भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) लगभग 60 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह संयंत्र कछार इलाके में 10 एकड़ जमीन पर बनेगा, जहां पहले से आरडीएफ प्लांट मौजूद है। बीपीसीएल और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) मिलकर इस परियोजना में पांचों नगर निगमों में कुल 600 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
इस परियोजना को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास में एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सरकार ने इस परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया है।
बिलासपुर संयंत्र में प्रतिदिन 70 मीट्रिक टन बायोगैस का उत्पादन होगा। इसके लिए 350 मीट्रिक टन ठोस कचरा और 500 मीट्रिक टन बायोमास का उपयोग किया जाएगा।
इस परियोजना से हर साल लगभग 2 लाख मानव दिवस रोजगार मिलेगा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी, जैविक खाद से खेती को बढ़ावा मिलेगा तथा राज्य को हर साल 6 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व प्राप्त होगा।
कम्प्रेस्ड बायो गैस को ठोस कचरे, कृषि अवशेष, और मवेशी गोबर जैसी सामग्री से तैयार किया जाता है। यह सीएनजी जैसा वैकल्पिक ईंधन है, जो वाहनों और उद्योगों में इस्तेमाल किया जा सकता है।