पुरानी मंडी के भीतर हटाये जा रहे बेजाकब्जा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़ , 12 जनवरी। रायगढ़ जिला मुख्यालय के पुरानी कृषि उपज मंडी और इतवारी बाजार में जल्द ही आक्सीजोन आकार लेने जा रहा है।
रायगढ़ विधायक व प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने यह सौगात बिगड़ते प्रदूषण को रोकने के साथ-साथ शहर के लोगों के लिए बेहतर वातावरण देने की कोशिश की है और इस जगह आक्सीजोन के लिए
करोड़ों रुपये की स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है। इतना ही नहीं वहां काम काज की तैयारी जोर-शोर से हो गई है।
पुरानी कृषि उपज मंडी के आसपास स्थल में कथित बेजा कब्जा भी हटाये जाने की प्रक्रिया जोरों पर है, पर इस मामले में एक गंभीर पहलू यह भी है कि पुरानी कृषि उपज मंडी के अधिकांश किनारे के इलाकों में उन कारोबारियों का बड़ा कब्जा है जिसको लेकर न तो नगर निगम ने कोई पहल की है और न ही हाउसिंग बोर्ड द्वारा इसे अपनी प्लानिंग में रखा गया है। स्थिति यह है कि इस जगह केवल पार्किंग व कुछ कब्जों को तोडक़र कामकाज शुरू किया गया है।
सूत्र बताते हैं कि आक्सीजोन के पास वाले अधिकांश जगहों के लिये जोरशोर से हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा तोडफ़ोड़ अभियान शुरू कर दिया गया है। साथ ही साथ बुलडोजरों के माध्यम से इतवारी बाजार व पुरानी कृषि उपज मंडी के किनारे बने कुछ पुराने बेजा कब्जा व पार्किंग हटाई भी जा रही है, पर कृषि उपज मंडी के किनारे की जमीन जो पुरानी अंबर होटल से लेकर यूनाईटेड टेलर तक की गली में आता है उस जगह में एक दर्जन से भी अधिक मकान व दुकान के बड़े निर्माण कार्य हो चुके हैं
इलाके के आसपास के लोगों का कहना है कि इनमें निर्माण कार्य की अगर जांच की जाये तो कम से कम बीस-बीस फीट से अधिक जमीन पर बेजा कब्जा मिलेगा और वह जमीन कृषि उपज मंडी की बताई जा रही है। इस मामले में नये आक्सीजोन के निर्माण में इस जगह को पूरी तरह छोड़ दिया गया है।
इस संबंध में हाउसिंग बोर्ड के एक अधिकारी से ‘छत्तीसगढ़’ ने बात की तो उनका साफ-साफ कहना है कि किनारे लगी जमीन जिस पर मकान व कुछ दुकानों के हिस्से लगे हुए हैं, वे नगर निगम की देखरेख में आते हैं और उन्हें छूने या तोडऩे की अनुमति उन्हें नहीं दी गई है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर उक्त अधिकारी ने बताया कि इतवारी बाजार के किनारे लगे पार्किंग तथा अन्य जगहों को हटाया जाना है, लेकिन पुरानी अंबर होटल से लेकर यूनाईटेड टेलर वाली गली तक जो निर्माण कार्य किये गए हैं उनके पास कोई दिशा निर्देश नहीं है।