कोरिया-सूरजपुर के श्रद्धालुओं के लिए कुंभ स्नान चुनौती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 8 जनवरी। महाकुंभ 2025 की तैयारियां पूरे देश में जोरों पर हैं। लाखों श्रद्धालु इस पवित्र आयोजन में भाग लेने के लिए प्रयागराज पहुंचने की योजना बना रहे हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरिया और सूरजपुर जिले के श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा एक चुनौती बन गई है। प्रयागराज तक पहुंचने के लिए न तो सीधी बस सेवा उपलब्ध है और न ही रेलवे कनेक्टिविटी।
राज्य परिवहन की बस
सेवा थी, अब बंद
एक समय था जब राज्य परिवहन निगम की बसें कोरिया और अम्बिकापुर से इलाहाबाद (अब प्रयागराज) तक चलती थीं। छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले यह सेवा प्रतिदिन उपलब्ध थी, जिससे इलाहाबाद तक की यात्रा सुगम हो जाती थी। लेकिन राज्य परिवहन निगम के भंग होने के बाद यह सेवा बंद हो गई।
निजी बस सेवा अपर्याप्त
वर्तमान में केवल एक निजी ट्रैवल ऑपरेटर की बस कोरिया से प्रयागराज तक जाती है, जो इस क्षेत्र के लाखों श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा, ट्रेन से भी प्रयागराज पहुंचने के लिए सीधी कनेक्टिविटी का अभाव है, जिससे श्रद्धालुओं को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
फिर शुरू हो बस सेवा
महाकुंभ में स्नान करने की योजना बना रहे श्रद्धालुओं ने सरकार से मांग की है कि अम्बिकापुर, कोरिया और सुरजपुर से प्रयागराज के लिए सीधी बस सेवा फिर से शुरू की जाए। साथ ही, रेलवे कनेक्टिविटी में सुधार किया जाए, ताकि यात्रा आसान हो सके।
महाकुंभ के दौरान स्थानीय प्रशासन को विशेष बसें और ट्रेनों की व्यवस्था करनी चाहिए। श्रद्धालुओं का कहना है कि महाकुंभ के समय अस्थायी विशेष ट्रेनों और बसों का संचालन किया जाए, ताकि वे बिना किसी बाधा के प्रयागराज पहुंच सकें।
समाधान की जरूरत
सरकार और प्रशासन को इस समस्या पर ध्यान देकर त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है। कोरिया और सुरजपुर के श्रद्धालुओं के लिए कुंभ स्नान केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की बेहतर परिवहन व्यवस्था की भी मांग करता है।