आरक्षण में कटौती से पिछड़ा वर्ग नाराज, उग्र आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 30 दिसंबर। आगामी नगरीय निकाय चुनाव एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछड़ा वर्ग समाज द्वारा बस्तर संभाग बंद और चक्काजाम किया गया। आज सुबह 9 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक लगातार रायपुर जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा। माकड़ी चौक पर चक्काजाम किया गया था। पिछड़ा वर्ग ने चेतावनी दी है कि यदि धरना प्रदर्शन, बस्तर बंद और चक्काजाम के बाद भी पिछड़ा वर्ग समाज की मांगों को सरकार पूरा नहीं करेगी तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
आरक्षण की मांग को लेकर विगत दिनों राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था। किसी भी प्रकार का समाधान नहीं मिलने पर सोमवार 30 दिसंबर को बस्तर बंद का आव्हान किया गया था। पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित बंद का असर कांकेर जिले सहित पूरे बस्तर संभाग में दिखाई दिया। आज सुबह से ही पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों के द्वारा नगर में रैली निकालकर सभी व्यापारियों से सहयोग मांगा गया।
आज सुबह 9 बजे से जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर एनएच 30 पर माकड़ी चौक में चक्का जाम किया गया था। बाकी स्थानों नगर और कस्बों में भी शांतिपूर्ण ढंग से बंद रहा है। किसी भी प्रकार के अप्रिय घटना नहीं हुई है। सुरक्षा के मद्देनजर नगर के प्रमुख चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा।
छत्तीसगढ़ में होने वाले नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव में आरक्षण की प्रक्रिया बीते दिनों सभी जिलों में संपन्न हुई। आरक्षण में हुई कटौती को लेकर पिछड़ा वर्ग समाज निराश हुआ है। जिसका बड़ा असर बस्तर में देखने मिल रहा है। सुबह से सभी दुकानें बंद रहीं, वहीं बड़ी संख्या में समाज के लोग प्रदर्शन करते हुए माकड़ी के पास चक्काजाम कर सडक़ पर बैठे रहे। वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी।
पिछड़ा वर्ग समाज का कहना है कि सरकार द्वारा नगरीय निकाय चुनाव में जो आरक्षण तय किया गया है, उसे निरस्त किया जाए. फिर से आरक्षण कराकर ओबीसी समाज को आरक्षण का लाभ दिया जाए। पिछड़ा वर्ग समाज ने कहा कि आरक्षण की प्रक्रिया में समाज को नुकसान झेलना पड़ा है। इसके कारण पिछड़ा वर्ग समाज ने आज बस्तर संभाग बंद का आह्वान किया था।