उठाव के लिए केवल 1 मिलर का आवेदन
महासमुंद, 3 दिसंबर। फैजल चक्रवात की वजह से हुये खराब मौसम के चलते कल जिले के 50 फीसदी धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदी नहीं हो सकी। वहीं जहां उपार्जन केन्द्रों की जमीन सूखी थी केवल उन्हीं केन्द्रों में कल धान खरीदी हो सकी। मालूम हो कि शनिवार तथा रविवार शासकीय अवकाश होने के बाद सोमवार को उपार्जन केन्द्रों में खरीदी होनी थी। लेकिन बीती रात कोमाखान तथा बागबाहरा क्षेत्र में अत्यधिक बारिश की वजह से धान उपार्जन केन्द्रों की जमीन गीली हो गई। फलस्वरूप कल अव्यवस्थाओं को सुधारने में ही सोसायटी कर्मियों का समय चला गया।
जिले में अब तक 32052 किसानों से 156578.72 टन धान की खरीदी की जा चुकी है। कल सोमवार को धान बेचने के लिये जिले भर के 6 हजार किसान कल ट्रैक्टरों, पिकअप वाहन पर धान लोड़ कर उपार्जन केन्द्रों में सुबह पहुंचने के लिये तैयारी कर चुके थे। लेकिन बारिश हो गई। किसानों तथा सोसायटी की सुविधाओं को देखते हुये किसानों को मोबाइल तथा वाट्स एप्प ग्रुप पर धान खरीदी नहीं होने की सूचना दी गई। फलस्वरूप किसानों को असुविधा नहीं हुई। डीएमओ दफ्तर से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 30-40 हजार कट्टे की डीओ कट गया है। जिसका कल सोमवार से उठाव होना था। लेकिन खराब मौसम की वजह से उपार्जन केन्द्र बंद रहे फलस्वरूप आज उठाव की बोहनी नहीं हो सकी। यदि धान का उठाव 4.5 दिन और नहीं हुआ तो उपार्जन केन्द्रों में खरीदे गये धान को रखने जगह ही नहीं रहेगी और किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिस रफ्तार से धान खरीदी चल रही इसके विपरीत उठाव शून्य है। धान उपार्जन केन्द्र को खुले 17 दिन हुये हैं। लेकिन छुट्टियों को हटाये तो केवल 10 दिन ही खरीदी हुई है।
अब यदि आगामी दिनों में धान की बंपर आवक होती है तो भी उपार्जन केन्द्रों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ सकता है।