पीडीएस के लाभ से हो सकते हैं वंचित
बेमेतरा, 10 नवंबर। जिले में राशन कार्ड के सत्यापन को लेकर लोग नहीं पहुंच रहे हैं। कार्यालय में एक लाख तीस हजार से अधिक लोगों की ई केवाईसी का सत्यापन होना बाकी है। जिले के चारों ब्लॉक में सबसे अधिक नवागढ़ व साजा ब्लॉक के लोगों ने ई केवाईसी नहीं कराई है। राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों में से किसी भी सदस्य की ई केवाईसी नहीं होने पर वो बोगस हितग्राही हुए तो उन्हें पीडीएस के लाभ से वंचित होना पड़ सकता है।
जानकारी हो कि जिले में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण खाद्यान्न योजना को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। राशन कार्ड धारी सत्यापन के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। जिले में 2 लाख 80 हजार 218 राशन कार्ड धारी हैं और इनमें सदस्यों की संख्या 9 लाख 84 हजार 111 है, जिसमें से 8 लाख 14 हजार 321 सदस्यों ने राशन दुकान में पहुंचकर ई-केवाईसी करा ली है लेकिन अभी भी जिले में 1 लाख 35 हजार से भी अधिक सदस्यों की ई-केवाईसी बाकी है। सरकार की ओर से राशनकार्ड धारियों के सत्यापन के लिए पांच बार तिथि बढ़ाई गई लेकिन फिर भी अब तक लोग राशन दुकान में सत्यापन कराने नहीं पहुंच रहे हैं। प्रक्रिया के तहत हितग्राहियों को अपना राशन कार्ड सत्यापन के लिए एड्रेस प्रूफ और आधार कार्ड से ई केवाईसी करवानी है।
अवसर देने के बाद भी केवल 41 हजार ने कराई ई केवाईसी
जिले में बीते अप्रैल के दौरान तत्कालीन समय में 933825 हितग्राहियों में से 776566 हितग्राहियों ने ई केवाईसी कराई थी। इस अवधि में जिले में करीब 1 लाख 76 हजार हितग्राहियों ने ई केवाईसी नहीं कराई थी। अप्रैल के बाद शासन स्तर से दो बार ई केवाईसी के लिए अवधि बढ़ाई गई, जिसके बाद भी जिले के लगभग 41 हजार हितग्राहियों ने गत 7 माह में ई केवाईसी कराई है। इसके बाद बीते 30 अक्टूबर को ई केवाईसी के लिए अवधि समाप्त होने के बाद से 1 लाख 34 हजार हितग्राहियों की ई केवाईसी नहीं हुई हैै।
बार-बार ई केवाईसी सत्यापन के लिए अवसर देने के बाद भी अपडेट नहीं कराने वालों को पीडीएस योजना का लाभ मिलने पर तलवार लटक सकती है। आने वाले समय में शासन स्तर पर कठोर निर्णय लिया जाता है तो जिस वर्ग के कार्डधारी बोगस होंगे, उनका राशन कार्ड ब्लॉक होगा। फिलहाल जिले में अंत्योदय योजना के तहत पीला कार्डधारियों को 35 किलो चावल निशुल्क, प्राथमिकता वर्ग यानी लाल राशनकार्ड वालों को एक सदस्य होने पर 10 किलो, दो सदस्य होने पर 20 किलो, तीन से पांच सदस्य होने पर 35 किलो, पांच से सात सदस्य होने पर 7 किलो प्रति सदस्य के मान से निशुल्क राशन दिया जा रहा है।
निराश्रितों यानी स्लेटी व काला रंग के राशन कार्ड वालों को निशुल्क दस किलो चावल, एपीएल वर्ग यानी सफेद राशनकार्ड वालों को 1 से 3 या तीन से अधिक सदस्य होने पर 10 किलो से लेकर 35 किलो चावल 10 रुपए किलो में दिया जा रहा है। चावल के अलावा प्रति राशन कार्ड 17 रुपए में एक किलो शक्कर, एक किलो अमृत नमग व 2 लीटर मिट्टी तेल निर्धारित दर में दी जा रही है। पर इसका लाभ ले रहे बोगस राशन कार्ड वालों का वितरण बंद किए जाने के संकेत मिलने लगे हैं, जिससे शासन को भारी मात्रा में चावल व शक्कर की बचत होगी।
सभी की ई केवाईसी नहीं हुई तो होगा बोगस राशन कार्ड का संदेह
जिले के चार ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 253570 राशन कार्ड हैं, जिसमें अंत्योदय, निराश्रित, प्राथमिकता, निशक्तजन व सामान्य राशन कार्डधारी हैं। इसके अलावा जिले के 8 निकाय बेमेतरा, बेरला, साजा, खम्हरिया, देवकर, परपोड़ी, नवागढ़ व मारो नगर क्षेत्र में 248453 राशन कार्ड हैं। जिले में कुल 278453 राशन कार्ड हैं, जिसमे सभी वर्ग के हितग्राही हैं। इन कार्ड में 9 लाख 48 हजार हितग्राही हैं, जिन्हें ई केवाईसी कराने के लिए कई बार अवसर दिया गया, जिसके बावजूद भी हितग्राहियों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। अवसर देने के बाद भी ई केवाईसी नहीं कराने से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। वहीं भारी संख्या में बोगस राशन कार्ड होने का अंदेशा है लेकिन अब तक स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं होने की वजह से कार्रवाई भी नहीं की गई।