सरगुजा
कार्रवाई व मांगें पूरी नहीं होने पर 19 को फिर उग्र आंदोलन की चेतावनी
पुलिस से झूमाझटकी, निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद शांत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 9 नवंबर। शुक्रवार को 13 करोड़ की लागत से बन रही प्रतापपुर थाना से चंदौरा सडक़ मार्ग में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम करते हुए धरना प्रदर्शन किया। पार्टी ने गुणवत्ताविहीन सडक़ निर्माण में पीडब्ल्यूडी ठेकेदार और अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए। प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े रहे कि सडक़ निर्माण में अनियमितताओं के कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवार की दोपहर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंदौरा हाईवे रोड के किनारे एक आम सभा आयोजित की। इस सभा के बाद रैली निकालकर प्रदर्शनकारी सडक़ निर्माण में गड़बड़ी और घटिया सामग्री के उपयोग का विरोध करते हुए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके साथ ही स्थानीय विधायक पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया गया और सडक़ निर्माण में अनियमितताओं को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए।
चक्काजाम के प्रयास में पुलिस से टकराव
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता चक्काजाम करने के लिए करीब 300 की संख्या में बनारस हाईवे पर निकल पड़े। जैसे ही वे सडक़ पर पहुंचे, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए कड़ी मेहनत की। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया।
हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बातों को नजरअंदाज करते हुए अपनी मांगों को लेकर सडक़ जाम करने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी गिरते-पड़ते नजर आए।
पुलिस प्रशासन और तहसीलदार ने प्रदर्शनकारियों से बार-बार समझाया, लेकिन जब उनकी बात नहीं मानी गई तो स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के एसडीओ, इंजीनियर और अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे अपना प्रदर्शन समाप्त करें। प्रदर्शनकारी सडक़ की गुणवत्ता की जांच और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
प्रदर्शनकारी मांगों पर अड़े रहे
लगभग दो घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी सडक़ निर्माण के भ्रष्टाचार और गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग कर रहे थे। पुलिस और प्रशासन ने काफी प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को शांत नहीं किया जा सका। इस दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला और संभागीय नेताओं ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
अंतत: प्रदर्शनकारियों ने अपनी 5 बिंदुओं पर आधारित मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा और आश्वासन मिलने के बाद अपना आंदोलन समाप्त कर दिया। ज्ञापन में मांग की गई कि सडक़ की गुणवत्ता की जांच की जाए और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं ने इस बात की चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे 19 नवंबर को पुन: उग्र आंदोलन और चक्काजाम करेंगे।
प्रदर्शन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय सचिव राजकुमार पोया, जिला महासचिव चंद्रदीप कोर्चो, संभागीय प्रवक्ता दीपक मरकाम, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष देवसाय पोया, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष कवलसाय सरूता, ब्लॉक अध्यक्ष छोटलाल, धर्मजीत पोया ब्लॉक सचिव, कमान सिंह मराबी, देवदास, ममता, कुंती मराबी, चंद्रमिला आयाम, रामसिंह, मेघनाथ आयाम, रामभवन जगते सहित सैकड़ों ग्रामीण भी शामिल हुए।