कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 8 नवंबर। शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोंडागांव में उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार एवं प्राचार्य डॉ चेतन राम पटेल के निर्देशन में जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाषण, रंगोली तथा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में मुख्यअतिथि के रूप में कोंडागांव विधानसभा की विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी जी उपस्थित रहीं। इस कार्यशाला में जनजातीय समाज के विभिन्न नायकों के ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर गहन विमर्श श्रोताओं के समक्ष रखा गया। कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन में संस्था के प्राचार्य डॉ. चेतन राम पटेल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. किरण नूरूटी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना एवं उद्देश्य के बारे में बताया।
लता उसेंडी ने अपने वक्तव्य में आज के समय में अपने समाज को अच्छे से समझने, अपने इतिहास को समझने और इतिहास के विभिन्न नायकों के योगदान को पढऩे और उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए छात्र छात्राओं को प्रेरित किया।
कार्यक्रम के स्रोत वक्ता के रूप में रायपुर से सामाजिक कार्यकर्ता रामनाथ कश्यप उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी समाज के कुछ ही नायकों को हम सब जानते हैं वो भी सिर्फ उन्हें जिन्होंने कोई क्रांतिकारी कार्य किया है। उन्होंने आदिवासी समाज के लोगों के सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान पे चर्चा की ।
कार्यक्रम के एक अन्य विशिष्ट अतिथि जिला कार्यक्रम संयोजक एवं युवा प्रकोष्ठ कोंडागांव से बलिराम नेताम ने आदिवासी समाज की विभिन्न प्रथाओं जैसे गोटूल, टोटम, पेन इत्यादि को बताते हुए अन्य भूले बिसरे नायकों को याद किया।
अन्य अतिथियों के रूप में मुरिया समाज कोंडागांव के जिलाध्यक्ष धनीराम सोरी, नारायणपुर से सामाजिक कार्यकर्ता मंगऊ राम कावड़े, जिला पंचायत सदस्य खेमचंद नेताम, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व पार्षद ननकी वैष्णव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नसीर अहमद एवं आभार प्रदर्शन डॉ. पुरोहित कुमार सोरी ने किया।
इस अवसर पर भाषण, रंगोली तथा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय जनजातीय समाज का ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान रहा। भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभागी विद्यार्थियों ने विभिन्न जनजातीय नायक तथा नायिकाओं शहीद वीर नारायण सिंह, चेंदरू मंडावी, वीर गुण्डाधुर, वीरांगना रमौतीन माडिय़ा, कांकेर के कंडरा राजा धरमन (धर्मदेव), तिलका मांझी इत्यादि के ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान के के साथ ही गोटूल के बारे में विस्तार से व्याख्या की। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भूपेंद्र धुर्वा, द्वितीय स्थान रुद्र प्रकाश पोयाम एवं तृतीय स्थान सत्यवती वड्डे ने प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में अंजू बोस, कशिश, भूमिका एवं गुपेश्वरी बघेल ने प्रथम स्थान, चंदा देवांगन, आफरीन जहां एवं काजल ने द्वितीय स्थान तथा यामिनी नेताम, सुनीता कोर्राम एवं भूमिका नेताम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पोस्टर प्रतियोगिता में भूपेंद्र धुर्वा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में नगर कोंडागांव के गणमान्य नागरिक सुरजन आचार्य, पोषक शाला के प्राचार्य नरेंद्र नायक, वरिष्ठ पत्रकार बृजेश तिवारी, मधुलिका तिवारी, महेंद्र सागर, अनूप विश्वास, महाविद्यालय के प्राध्यापक शोभाराम यादव, शशिभूषण कन्नौजे, रूपा सोरी, डॉ. अलका शुक्ला, डॉ. देवाशीष हालदार, नेहा बंजारे, आकाश वासनीकर, अर्जुन सिंह नेताम, समलेश पोटाई, लोचन सिंह वर्मा, सभी अतिथि व्याख्याता, प्रयोगशाला तकनीशियन, अन्य स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।