रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवंबर। बीती रात 11बजे के बाद फाफाडीह टिंबर मार्केट से लगे रिहायशी इलाके चांडक कांपलेक्स में आग लग गई। यह डब्लूआरएस कालोनी रोड पर गली नंबर 1 में स्थित है। यहां पर इमारती फर्नीचर लकडियों का गोदाम और आधुनिक किराया भंडार के शामियाना और अन्य सामानों का गोदाम है। आग लगते ही किराया भंडार संचालक ने अपना सामान हटवा लिया था। लेकिन लकडिय़ाँ और कबाड़ जलकर खाक हो गया। आग की लपटें इतनी भयानक और ऊंची थी कि करीब तीन किमी दूर तक आसमान पर देखी जा रही थी।
करीब 7 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर तडक़े काबू पाया जा सका।दमकल विभाग को सकरी गलियों में खड़ी वाहनों की वजह से वाहन अंदर ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
इसमें नगर निगम और निजी उद्योगों के 15 दमकल वाहनों को करीब 50 से ज्यादा फेरे लगाने पड़े?। इसके बाद 3 दमकल वाहनों को इलाके को चिल्ड करने लगाना पड़ा। इनकी क्षमता 4500 से 10000 लीटर पानी की थी। ये टैंकर रात 11 बजे से आज सुबह तक लगातार दौड़ते रहे। अग्निशमन सेवा के संचालक आजात शत्रु बहादूर ने बताया कि इलाका बहुत ही घना होने की वजह से बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक तरफ आग बुझने पर दूसरी तरफ से लगती रही है। वहीं पूरी लकडिय़ां टीन के शेड से ढकी थी। आग के दौरान ये एक-एक कर गिरते रहे। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
देवेंद्र नगर पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस ने शार्ट सर्किट की वजह से आग लगने से इंकार किया है। टीआई का कहना है कि यह गोदाम बंद ही रहता था। इतनी बड़ी आग, किसी जलती वस्तु के लकडिय़ों के संपर्क में आने से हो सकती है। रिहायशी इलाके में कमर्शियल गौदाम में आगजनी से आसपास के लोगों ने आक्रोश जताया है।
मेकाहारा आगजनी की रिपोर्ट नहीं बनी
पिछले सप्ताह भर में शहर में यह तीसरी आगजनी है। इससे पहले पंडरी रोड पर नाकोड़ा ज्वेलर्स और उससे लगे फर्नीचर शो रूम के बाद मंगलवार को अंबेडकर अस्पताल के ओटी थिएटर खाक हो गया था। अस्पताल में लगी आग के कारणों की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा बनाई कमेटी की अवधि आज खत्म हो रही है। और जांच पूरी नहीं हो पाई है । मंत्री में तीन दिन में रिपोर्ट मांगी थी।