बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 नवंबर। खरीफ फसल 2024-25 में किसानों द्वारा लगाए धान फसल की वास्तविक गिरदावरी संबंधित पटवारियों के माध्यम से किया। जिले में अधिकारियों द्वारा गिरदावरी सत्यापन का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। पटवारियों द्वारा संपादित वास्तविक गिरदावरी कार्यों को शत-प्रतिशत शुद्ध करने के लिए गिरदावरी का सत्यापन के लिए जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों को अधिकृत किया गया है। ताकि किसी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश ना रहे ।
फसल गिरदावरी व फसल सत्यापन का कार्य जीपीएस आधारित मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा रहा है। इस कार्य के लिए पहले अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया था ।
इस कार्य में डिप्टी कलेक्टर से लेकर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) घनश्याम तंवर, मुकेश गोड़, पिंकी मनहर और जिला खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे व विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने शुक्रवार को गिरदावरी सत्यापन किया।
गिरदावरी सत्यापन की इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य फसल की स्थिति का वास्तविक आकलन करना है, ताकि किसानों को उचित समर्थन उपलब्ध कराया जा सके।गिरदावरी सत्यापन के लिए जिन अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्हें 9 नवंबर के पहले सत्यापन कार्य पूर्ण करना है। उक्त कार्य के लिए पटवारियों,ग्राम पंचायत के सचिवों की भी ड्यूटी लगी है। सभी जनपद सीईओ को कहा है कि ग्राम पंचायत सचिव निर्धारित अवधि तक सत्यापन कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें।