दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 नवंबर। जिला प्रशासन की साप्ताहिक समय सीमा की बैठक सोमवार को संयुक्त जिला कार्यालय में आयोजित की गई। इस दौरान कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा विभागों की समीक्षा की गई।
उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन, एवं जनसमस्या निवारण शिविर की लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि शिविर में आए मांगों एवं आवेदनों पर 14 दिवस के भीतर निराकरण सुनिश्चित करें। यह सभी मांग एवं आवेदन जनहित से जुड़े हुए है अत: इसमें किसी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन के तहत प्रस्तुत किए गए आवेदनों के लिए संबंधित विभागों को इसके औचित्य की जानकारी चाही। इसका परीक्षण प्रस्तुत करने के लिए समय सीमा निश्चित किया। इन प्रकरणों में ग्राम हीरानार, बिंजाम एवं फरसपाल, में सीसी रोड एवं पुलिया निर्माण, ग्राम पंचायत हारम में शालेय संबंधित शौचालय, रनिंग वाटर, शाला भवन की मांग, ग्राम पंचायत कुपेर एवं बारसापारा में सीसी रोड की मांग, ग्राम चितालंका में सडक़ की जर्जर स्थिति, ब्लॉक कुआकोंडा अंतर्गत ग्राम कोड़ेनार में फॉरेस्ट कॉलोनी मेन रोड से लगी हुई सीढ़ी की मरम्मत, नेरली में पीने के पानी एवं हेडपंप की मांग, किरंदुल रेलवे एरिया में जीर्ण शीर्ण पुलिया का जीर्णोद्धार, बचेली नगर पालिका अन्तर्गत वार्ड क्र.-1 बोटीपारा में स्ट्रीट लाइट की समस्या, नाली निर्माण पेड़ और झाडिय़ों की कटाई, ब्लॉक कटेकल्याण अन्तर्गत पटेलपारा से पुजारी पारा, सुरनार, में विभिन्न प्रकार के कार्य स्वीकृति, गीदम अन्तर्गत कदम टिकरापारा में नवीन उचित मूल्य दुकान खोलने, दन्तेवाड़ा ब्लॉक अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न रिक्त पद जैसे स्टॉफ नर्स, फार्मसिस्ट में नियुक्ति, कृषि विभाग से संबंधित ग्राम गमावाड़ा में नियद नेल्लानार योजना के तहत बोर खनन, एवं तार बाड़ी कराने जैसे विभिन्न प्रकार के प्रकरणों पर कलेक्टर द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही बैठक में नवंबर में होने वाले जिला स्तरीय बस्तर ओलिम्पिक की तैयारियां पूर्ण करने एवं जिले के पर्यटन क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए गए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा और अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।