गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 5 नवंबर। गोड़ समाज के लोगों द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दीपावली पर्व के लक्ष्मी पूजा दिवस की रात गौरा-गौरी (भगवान शिव और मां पार्वती) की स्थापना कर रात भर कार्यक्रम आयोजित कर भगवान शंकर पार्वती का विवाह संपन्न कराया गया। तत्पश्चात अगले दिन धूमधाम से गौरा-गौरी का जलाशय में विधिवत रूप से विसर्जन किया गया।
विसर्जन यात्रा के दौरान गोड़ समाज के लोगों द्वारा सामाजिकजनों और अन्य समाज के लोगों के हाथों में सोंटा (पैरा से बना हुआ मोटा रस्सी) मार कर उनकी मंगल कामना की गई। इस दौरान युवा भाजपा नेता किशोर देवांगन ने भी गौरा- गौरी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया और गोड़ समाज के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए खुद भी सोटा लिया।
श्री देवांगन ने बताया कि हमारी गौरवशाली और पूजनीय छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संरक्षित रखने में जनजातीय समाज का उल्लेखनीय योगदान रहा है। गौरा-गौरी विवाह पर्व भी उनमें से एक है। इस पर्व के माध्यम से गोड़ समाज, भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती के विवाह अवसर को, जीने का प्रयास करता है और स्वयं को सौभाग्यशाली बनाता है, जो कि सराहनीय और वंदनीय है। गौरा-गौरी विसर्जन यात्रा के दौरान आशीर्वाद और सोंटा लेकर खुद को धन्य करने का सुअवसर मिला। भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती से प्रार्थना है कि न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि समूचे विश्व के जीवों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।