टाउनशिप सौंदर्यीकरण व कन्सट्रक्शन कार्यों में दिया तकनीकी योगदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 3 नवंबर। एनएमडीसी बचेली परियोजना के सिविल विभाग के उपमहाप्रबंधक एमएम अग्रवाल सेवानिवृत्त होने पर विभाग व परियोजना के द्वारा भावभीनी विदाई दी गई।
लौह अयस्क कंपनी एनएमडीसी में पूरे 60 वर्ष सेवा देने के बाद 31 अक्टूबर को सेवानिवृत हुए। परियोजना के उच्चाधिकारियों ने उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्रदेश की राजधानी रायपुर के रहने वाले अग्रवाल ने स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के बाद नवंबर 1991 में एनएमडीसी डायमंड माइनिंग प्रोजेक्ट पन्ना में पदस्थ हुए। तकनीकी क्षेत्र में विशेष ज्ञान होने के कारण पन्ना में डीएव्ही स्कूल बिल्डिंग का निर्माण, प्रोजेक्ट स्कूल का विस्तार, प्लांट विस्तार, एक्सरे सेंटर, एवं 192 क्वार्टर निर्माण में विशेष योगदान दिया।
उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए एनएमडीसी प्रबंधन ने बीआईओएम बचेली में वर्ष 2005 में स्थानंतरण किया। उनके 2024 तक विभिन्न पदों पर रहते हुए बहुत सारे टाउनशिप सौदर्यीकरण एवं कन्सट्रक्शन के कामो में अपना तकनीकी योगदान दिया। जिसमे मेन गेट निर्माण, घड़ी चैक, टे्रनिंग इंस्टीट्यूट बिल्डिंग, एक्जीक्यूटिव हॉस्टल, मंगल भवन, सिविल ऑफिस के साथ-साथ अन्य स्थानों पर अपनी सेवाएं दी।
चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि 14 वर्ष पन्ना में तो 19 वर्ष बचेली परियोजना में रहे। अपने स्मरण में बताया कि गीदम पॉलीटेक्निक के निर्माण की शुरूआत में वे जुड़े रहे। जिसमें समय-समय पर राज्य शासन के विभिन्न विभागो पर विशेष सलाह ली जाती है।
सेवानिवृत्त कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक विघुत डीपी शेट्टी, खनन महाप्रबंधक शिवा कुमार, संयंत्र महाप्रबंधक जी गोगई, कार्मिक उपमहाप्रबंधक महेश नायर, सतर्कता विभाग उपमहाप्रबंधक पंकज, सिविल से केपी बंसोड़, अखिलेश दीवान एवं अन्य अधिकारी कर्मचारियेा की मौजूदगी रही।
बैलाडीला कान्ट्रेक्टर एसोसिएशन द्वारा भी वृहद कार्यक्रम आयेाजित कर श्री अग्रवाल को विदाई दी गई एवं इनके कार्यो, स्वभाव की प्रशंसा करते उज्जवल भविष्ष्य की कामना की। साथ ही अधिकारी कर्मचारी एसोसिएशन ने बैला क्लब में विदाई दी।