बलौदा बाजार
बलौदाबाजार, 4 अक्टूबर। गुरुवार को बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव को कोर्ट से फिर कोई राहत नहीं मिली। कोर्ट ने विधायक की दो दिन और न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दी।
कल रायपुर सेंट्रल जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विधायक देवेंद्र यादव को पेश किया गया। इस दौरान देवेंद्र यादव ने पुलिस के कर्तव्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई।
बलौदाबाजार हिंसा, आगजनी और तोडफ़ोड़ मामले के आरोपी भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव सहित 7 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाना में दर्ज एफआईआर पर पुलिस ने गुरुवार को चालान पेश की। हालांकि इस मामले में पुलिस मात्र 5 आरोपियों के खिलाफ ही चालान पेश की है। विधायक देवेंद्र यादव और ओम प्रकाश को छोडक़र शेष आरोपियों के खिलाफ चालान पेश की गई है, वहीं देवेंद्र यादव और ओम प्रकाश के मामले में विवेचना कर चालान पेश करने के लिए 17 अक्टूबर तक का समय मांगी है, लेकिन 5 अक्टूबर तक का समय मिला है।
कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
पुलिस के तरफ से एक बार फिर देवेंद्र यादव के मोबाइल को जब्ती करने के संबंध में तर्क दिए जाने पर देवेंद्र यादव के अधिवक्ता ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पुलिस कुछ भी नहीं की है। हर बार सिर्फ मोबाइल को लेकर पुलिस जब्त करने की बात कहती है, 47 दिनों से देवेंद्र यादव जेल में हैं, सिर्फ परेशान करने के लिए पुलिस काम कर रही है।
कोर्ट ने पूछा मोबाइल कहां गई? पुलिस इतने दिनों में मोबाइल खोज क्यों नहीं पाई? जिसके बाद पुलिस की ओर से बताया गया कि देवेंद्र यादव के तरफ से कहा गया है कि देवेंद्र यादव के तरफ से मोबाइल प्रस्तुत की जाएगी. वहीं विधायक के तरफ से कहा गया कि गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र यादव ने थाने में मोबाइल जब्त कराया था उसके बाद से मोबाइल कहां है पता नहीं चला।