कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागाव, 12 अक्टूबर। आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत उर्वरकों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्रणाली के पांच वर्ष पूर्ण होने पर उर्वरकों के सतत् संतुलित उपयोग हेतु एक दिवसीय उर्वरक जागरूकता कार्यक्रम व कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र कृषि विभाग बालाजी फास्फेट ग्रुप ओस्तवाल ग्रुप ऑफ इण्डस्ट्रीज, जिला सहकारी बैंक के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष देेवचंद मतलाम ने कृषकों को मृदा की स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए उर्वरकों व जैविक खाद का संतुलित उपयोग करने के लिए जानकारी दिया व केंचुआ खाद के उत्पादन को सराहा।
उपसंचालक कृषि डीके रामटेके ने उर्वरकों के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण डीबीटी, पीओएस व डिजीटल ट्रांजेक्शन द्वारा उर्वरकों की खरीदी के बारे में जानकारी प्रदान की। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र ओमप्रकाश एकीकृत समन्वित पोषक प्रबंधन की जानकारी कृषकों को दी व फसलों पर सिंगल सुपर फॉस्फेट उर्वरक के उपयोग एवं उसके महत्व उर्वरको के लागत को कम करने के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. हितेश मिश्रा वैज्ञानिक ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही खाद एवं उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए कहा, जिससे कि पौधों को उचित पोषक तत्व मिलने के साथ वातावरण एवं मनुष्यों के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव न पड़े।
कार्यक्रम में राम सिंह बालाजी फास्फेट ग्रुप मैनेजर रायपुर शासकीय अनुदान को कृषकों को डीबीटी माध्यम से सीधे लाभ देने के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया। इस कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि प्रमीला मरकाम सभापति कृषि स्थाई समिति मनीता नेताम कोण्डागांव जिला पंचायत के सभी सदस्य शामिल रहीं तथा फैज मोहम्मद खान नोडल सहकारी बैंक रितेश चौक से ओस्तवाल ग्रुप ऑफ इण्डस्ट्रीज मैनेजर तिलकचंद पटेल विपणन कार्यालय के साथ-साथ जिले के सभी विकासखंड से 110 किसानों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।