जंगल में मिली थी सिर कटी लाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 17 सितंबर। थाना कुनकुरी के श्रीटोली में मिले सिर कटी लाश के मामले में युवक की हत्या का जशपुर पुलिस द्वारा चंद दिनों में खुलासा किया गया। दो मौसेरे भाइयों तथा 1 सगे भाई और एक अन्य पड़ोसी के साथ मिलकर अपने ही भाई की हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार 12 सितंबर को सुबह करीब 10 बजे गणेश बारीक ने पुलिस को सूचना दिया कि कुनकुरी-तपकरा जाने वाले मेन रोड टोली गांव के चुरहागड़ा जंगल में एक व्यक्ति का शव सिर धड़ से अलग मिला है। सूचना पर मौके पर जाकर तस्दीक करने पर अज्ञात पुरुष उम्र करीब 30-35 वर्ष का सिर एवं धड़ घने जंगल में अलग-अलग कुछ दूरी पर पड़ा मिला। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह को दिये जाने पर उनके द्वारा तत्काल अति पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी एवं उप पुलिस अधीक्षक विजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में मृतक की पहचान तथा आरोपी की पतासाजी हेतु टीम बनायी गई।
प्रार्थी गणेश बारीक की रिपोर्ट पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना स्थल पर मृतक का गले से कटा हुआ सिर, एक चाकू, नाइलोन की रस्सी तथा एक जोड़ी चप्पल पड़ा था तथा धड़ को कटे सिर से करीब 50 मीटर दूर झाडिय़ों में छिपा कर रखा गया था। मृत्तक के चेहरा एवं हाथ में बने टैटू एवं गोदना से अभि लिखा होना पाया गया, जिसके आधार पर मौके पर अज्ञात मृतक के पहचान हेतु हर सम्भव कोशिश किया जाने लगा।
डॉग स्क्वाड एफएसएल अधिकारी, सायबर सेल के स्टाफ को तत्काल मौके पर भेजा गया जिनके द्वारा छानबीन शुरू की गई। अज्ञात मृतक का फोटो जिले एवं ओडिशा, झारखंड राज्य के पुलिस अधिकारी व आमलोगों के ग्रुप में व्हाटसअप से भेजा गया। आस-पास के क्षेत्र एवं झारखंड ओडिशा बार्डर रोड में लगे सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला गया, अज्ञात मृतक का कोई पता नहीं चला। अज्ञात मृतक के शव को पंचनामा बाद पीएम कराया गया तथा घटना स्थल से भौतिक साक्ष्य एवं कटा सिर के पास पड़ा हुआ नायलोन रस्सी एवं एक लोहे का पट्टीदार चाकू एवं एक जोड़ा हवाई चप्पल जब्त किया गया। शव को पहचान कार्रवाई हेतु मरचुरी में सुरक्षित रखवाया गया।
मृतक की हुई पहचान मृतक का चेहरा, हाथ में बने टैटू के आधार पर उसकी पहचान हेतु लगातार कोशिश की जाती रही तभी पुलिस को सूचना मिली कि मृतक अभिषेक लकड़ा निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कासांबेल का लग रहा है। सूचना तस्दीक की गई मृतक के पिता ख्रीस्तोफर लकड़ा एवं पत्नी अर्पिता तिर्की से पूछताछ कर जिला अस्पताल जशपुर के मरचुरी ले जाकर मृतक शव को दिखाने पर मृतक को अभिषेक लकड़ा का होना पहचान किये। पहचान बाद शव को परिजनों को सौंपा गया।
प्रकरण में विवेचना के दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली कि घटना के दो दिन पूर्व मृतक का उसके मौसेरे भाई से झगड़ा मारपीट हुआ था उसके बाद से मृतक गायब हुआ है। संदेह के आधार पर मृतक के मौसेरे भाई अभय एक्का, संदीप एक्का, पड़ोसी निर्दोष तिर्की निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कांसाबेल को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया।
आरोपी अभय ने पुलिस को बताया कि अभिषेक की हत्या और उसके सिर को धड़ से अलग करने तक,सबकुछ उनकी योजना के अनुसार ही हो रहा था। आरोपियों ने मिल कर धड़ को खिंचते हुए जंगल के 50 मीटर अंदर तक ले जा कर फेंक दिया। लेकिन इस दौरान मृतक का सिर जंगल में कहीं लुढक़ कर गुम हो गया। घटना स्थल पर घना जंगल और अंधेरा होने के कारण, खोजने पर भी मृतक का सिर आरोपियों को नहीं मिला। सुबह होने और किसी के आ जाने के भय से आरोपित शव और कटे हुए सिर के साथ चाकू और रस्सी को मौके पर ही छोड़ कर भाग गए। इस गड़बड़ी ने आरोपियों को पुलिस के जाल में फंसा दिया।
अभय ने अपने स्वजनों को बताया था कि वैद्य के पास उपचार कराने के बाद अभिषेक अपने पिता के पास रहने के लिए राजस्थान के उदयपुर चला गया है। लेकिन आरोपियों की कोई चाल सफल नहीं हो सकी। आखिर सभी चारों आरोपित अभय एक्का (30), संदीप एक्का (41), निर्देष तिर्की (35) और अनूप लकड़ा (30) को गिरफ्तार कर,पुलिस ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। चारों आरोपित बरजोर के डुमरटोली के रहने वाले हैं। इस लोमहर्षक हत्याकांड में शामिल अभय मृतक अभिषेक का मौसेरा भाई है,वहीं अनुप लकड़ा सगा भाई और निर्दोष लकड़ा इनका पड़ोसी है।