रायपुर

ध्वनि प्रदूषण: प्रशासन का यही रवैया रहा तो हथखोज के समान आत्महत्या रायपुर में भी
18-Sep-2024 2:16 PM
ध्वनि प्रदूषण: प्रशासन का यही रवैया रहा तो हथखोज के समान आत्महत्या रायपुर में भी

रायपुर, 18 सितंबर। ध्वनि प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन की असफलता पर रायपुर के ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश गुप्ता ने कई प्रश्न उठाए हैं। गलत बयानी क्यों कर रहे हैं एसएसपी? डॉ गुप्ता ने बताया कि उन्हें एक डीजे संचालक ने जान से मारने की धमकी दी जिसकी लिखित शिकायत कल उन्होंने रायपुर जिला पुलिस अधीक्षक को व्यक्तिगत रूप से मिलकर लिखित में की। उसके बावजूद भी आज कुछ समाचार पत्रों में एसपी का बयान छपा है कि एसपी साहब को शिकायत की जानकारी नहीं है। डॉक्टर गुप्ता ने पूछा है की 24 घंटे गुजर गए एफ.आई.आर. तो दर्ज नहीं कराई गई और गलत बयानी क्यों कर रहा है प्रशासन डॉ गुप्ता ने चुनोती दी कि एसपी ऑफिस का विडियो रिकॉर्डिंग देखी जा सकती है जो कि प्रमाण है कि वो एसपी से मिले थे। उन्होंने पूछा प्रशासन डीजे संचालक पर कार्यवाही करने से क्यों बच रहा है? सडक़ों पर रखकर डीजे बजाने की खुल्ली छूट दी प्रशासन ने डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के तारतम्य में राज्य शासन द्वारा जारी किए गए। 

आदेश के बाद वाहनों पर स्पीकर रखकर बजाना प्रतिबंधित किया जा चुका है। परंतु अब गणेश पंडाल वाले सडक़ों पर डीजे और डीजे की तेज लाइट लगाकर घंटे डीजे बजा रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता। कल रात को शंकर नगर चौक में 7 बजे से यंग हिंदू गणेश उत्सव समिति द्वारा 10 बजे तक सडक़ पर रखकर डेढ़ सौ डेसीबल पर डीजे बजाए गए। वहां ट्रैफिक में फंसे लोग फोटो भेज कर फोन करते रहे। कॉल सेंटर में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। रात 10 बजे पुलिस पहुंची परंतु दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं की, ना ही डीजे जप्त किये जो की प्रशासन की मिलीभगत बताता है। डॉक्टर गुप्ता ने मांग की की यंग हिंदू गणेश उत्सव समिति के सभी सदस्यों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता के तहत तत्काल कार्यवाही की जावे। डॉ गुप्ता ने चेताया कि निवासों के सामने गणेश पंडालों में बजने वाले कानफाडू साउंड स्पीकर पर अगर नियंत्रण नहीं किया गया तो हथखोज में जैसी आत्महत्या की घटनाए हुई है वैसी रायपुर शहर में भी होगी जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। 
 


अन्य पोस्ट