कारोबार
रायपुर, 10 मार्च। प्रोफेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की चीफ प्रोक्टर एवं असिस्टेंट रजिस्ट्रार कोपल दुबे ने बताया कि अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर पाईटेक के तत्वावधान मेंद सीक्रेट टू हैक योर माइंडसेट परफॉरमेंस, पर्पस एंड पैशन थीम के साथ एक वेबिनार का आयोजन किया गया। माइंडसेट कैसे एक क्रिटिकल रोले निभाता है, माइंड सेट दो प्रकार के होते हैं फिक्स्ड एंड ग्रोथ जो की लोगों के ऊपर डिपेंड करता है।
सुश्री दुबे ने बताया कि मुख्य स्पीकर डॉ.शिखा वर्मा कश्यप, एसोसिएट डायरेक्टर, एशियन अकैडमी ऑफ़ फिल्म्स एंड टेलीविजऩ यूनिवर्सिटी ऑफ़ मीडिया एंड आट्र्स, मीनाक्षी टुटेजा, फाउंडर एंड डायरेक्टर ऑफ़ मिनाक्षी ब्यूटी अकैडमी एंड सैलून, देविशोभा चंद्रमौली फाउंडर किड्स किन्था वाईस प्रेसिडेंट अर्लीचाइल्डहुड एसोसिएशन इंडिया थीं।
डॉ.कश्यप ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में इक्वालिटी का मतलब यह है कि लोगों को जो जिम्मेदारी दी गई है उसे पूरा करने और प्रतिदिन गोल डिसाइड कर उसे हासिल करना चाहिए फिर वो चाहे पुरुष हो या महिला और बताया की कैसे जीवन में छात्रों को सफलता मिल सकती है इस पर उन्होंने कहा की कुछ हासिल करने के लिए शुरुआत बहुत जरुरी है और साथ ही बताया की किसी भी गोल को हासिल करने की जो जर्नी होती है वो महत्त्वपूर्ण होती है वो जर्नी ही है जो इंसान को कामयाब बनाती है।
श्रीमती टुटेजा ने बताया कि उन्हें शुरुआत से ही सेल्फ डिपेंडेंट होने की चाह थी। उसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ब्यूटी अकैडमी एंड सलून की शुरुआत की आज उसके माध्यम से काफी युवा स्किल डेवेलोप कर फैशन और ब्यूटिशियन के रूप में अपना करियर बना रहे हैं और बताया अन्य प्रोफेशनल एजुकेशन के साथ ही स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए साथ ही बताया की एक संस्था के संचालक के रूप में उन्होंने अपने एम्प्लाइज को एक परिवार की तरह ट्रीट किया है जिससे सभी खुश रहकर पूरी लगन और मेहनत से काम करते हैं।
श्रीमती चंद्रमौली ने बताया कि लोगों को छोटे छोटे गोल डिसाइड कर उसपर काम करना चाहिए क्योंकि धीरे धीरे ही सीखने की शुरुआत होती है। कोई भी छात्र सफल तभी हो सकता है जब उसके पास सब्जेक्टिव नॉलेज के साथ साथ स्किल भी हो। पाईटेक सीईओ मौलश्री दुबे ने सभी का अभिवादन करते हुए कहा की वर्तमान में सभी क्षेत्रों में महिलों की भागीदारी बढऩा एक नए युग की शरुआत है तथा उससे समाज में जागरूकता और बढ़ते जा रही है। वर्तमान में युवाओं का माइंडसेट किसी भी काम के लिए प्रमुख रोल निभाता है अगर लोगों का माइंडसेट सकारात्मक है तो उनके अंदर के विचार और टैलेंट दोनों बाहर आते हैं और इससे वे नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।


