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बालकोनगर, 21 नवंबर। बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने बताया कि वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने वल्र्ड क्वालिटी वीक पर साप्ताहिक उत्सव मनाया गया। इस वर्ष की थीम ‘थिंक डिफरेंटली’ के अंतर्गत पूरा सप्ताह नवाचार, नए दृष्टिकोण और लगातार सुधार की संस्कृति को मजबूत करने पर केंद्रित था।
श्री कुमार न े बताया किबालको के प्रमुख प्रचालन क्षेत्र, पावर प्लांट, कार्बन, कास्टहाउस, क्वालिटी एश्योरेंस लैब, एसआरएस और पॉटलाइन में आकर्षक मिनी मॉडल प्रदर्शित की गई। इससे कर्मचारियों को उत्पादन प्रक्रिया की जटिलताओं और हर चरण में गुणवत्ता की भूमिका को समझने में मदद मिली।
श्री कुमार न े बताया कि सप्ताहभर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में 1,000 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया, जो रचनात्मकता, सहयोग और सीख पर आधारित थीं। इस अवसर पर ‘थिंक डिफरेंटली’ और ‘स्पीक क्वालिटी’ विषयों पर स्लोगन लेखन तथा क्वालिटी कैनवास प्रतियोगिता आयोजित की। इसमें कर्मचारियों ने डिजिटल एवं हस्तनिर्मित पोस्टरों के माध्यम से गुणवत्ता की उत्कृष्टता पर अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए।
श्री कुमार न े बताया कि कर्मचारियों ने ‘वॉइस ऑफ वैल्यूज़’ के माध्यम से अपने अनुभव और कार्यस्थल से मिली सीख को साझा किया, जो बालको की मूल्य-आधारित कार्य संस्कृति को दर्शाती है। गुणवत्ता सप्ताह के दौरान आयोजित ‘कौन बनेगा क्वालिटी चैंपियन’ क्विज़ ने प्रतिभागियों की गुणवत्ता प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं पर उनकी समझ को परखा।
श्री कुमार न े बताया कि ‘चाय पर चर्चा’ सत्र ने कर्मचारियों को खुलकर अपने अनुभव और गुणवत्ता संस्कृति को सुदृढ़ करने के नए समाधान साझा करने का अवसर दिया। डिफेक्ट्स हंट अभ्यास ने टीमों को गुणवत्ता की कमियों की पहचान एवं मूल कारण विश्लेषण (आरसीए)) करने जैसे प्रभावी सुधारात्मक कदम सुझाने के लिए प्रेरित किया।
श्री कुमार ने बताया कि इससे सुधार प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी और जिम्मेदारी की भावना विकसित हुई। वरिष्ठ प्रबंधन ने गेम्बा वॉक के माध्यम से फ्रंटलाइन टीमों से संवाद कर उनके प्रयासों की सराहना की और उनके नवीन विचारों को समझा। बॉक्स से बाहर सोचकर नए और अलग विचार लाना नवाचार की नींव है।


