कारोबार

बैंक ऑफ बड़ौदा का एमएसएमई और स्टार्टअप ऋण संवितरण बढ़ाने सिडबी के साथ समझौता
20-Nov-2025 2:31 PM
बैंक ऑफ बड़ौदा का एमएसएमई और स्टार्टअप ऋण संवितरण बढ़ाने सिडबी के साथ समझौता

रायपुर, 20 नवंबर। बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया कि  भारत के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदाऔर प्रमुख वित्तीय संस्थान भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने आज विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप एमएसएमई और स्टार्टअप को प्रोत्साहन, फायनांस और उनके विकास को गति प्रदान करने हेतु साथ मिलकर पूरे भारत में एमएसएमई और स्टार्टअप के लिए ऋण प्रवाह को बढ़ाने, कार्यशील पूंजी की उपलब्धता में वृद्धि करने और वित्तीय सहायता को सुदृढ़ बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए ।

 

बैंक ने बताया कि वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफएस) के सचिव एम. नागराजू इस कार्यक्रम केमुख्य अतिथि रहे जिनकी गरिमामयी उपस्थिति मेंइस साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समारोह में श्री मनोज अयप्पन, संयुक्त सचिव, डीएफएस, श्री मनोज मित्तल, सीएमडी सिडबी, श्री ललित त्यागी और श्री लाल सिंह, कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा और अन्य बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के शीर्ष कार्यपालकों ने प्रतिभागिता की। समझौता ज्ञापन के तहत इस साझेदारी में मुख्य रूप से शामिल हैं-एमएसएमई के लिए संयुक्त फायनांस:सिडबी के एमएसएमई फोकस और बैंक ऑफ़ बड़ौदा के विस्तृत  शाखा नेटवर्क का लाभ उठाते हुए ऋण सहायता उपलब्ध कराना।

बैंक ने बताया कि कार्यशील पूंजी की उपलब्धता:बाधा रहित, तकनीक-सक्षम कार्यशील पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सिडबी द्वारा स्वीकृत उधारकर्ताओं के लिए बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यशील पूंजी प्लेटफॉर्म  का परिचालन। स्टार्टअप फायनांस:समन्वित प्रयासों के माध्यम से स्टार्टअप्स के लिए संरचनात्मक सहयोग - सिडबी का वेंचर डेट प्रोग्राम और बैंक ऑफ़ बड़ौदा के स्टार्टअप बैंकिंग समाधान एवं अन्य।


अन्य पोस्ट