कारोबार

बैंक ऑफ बड़ौदा ने पृथ्वी दिवस पर लागू की नई ईएसजी नीति, 2057 तक नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य
27-Apr-2025 1:17 PM
बैंक ऑफ बड़ौदा ने पृथ्वी दिवस पर लागू की नई ईएसजी नीति, 2057 तक नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य

रायपुर, 27 अप्रैल। बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया कि भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने पृथ्वी दिवस 2025के अवसर पर अपनी नई पर्यावरण,सामाजिक और गवर्नेंस (ईएसजी) नीति कीशुरुआत करते हुए वर्ष 2057 तक नेटज़ीरो उत्सर्जन का स्तर प्राप्त करने की महत्वाकांक्षाव्यक्त की। 

बैंक ने बताया कि कार्यनीतिक रूप से महत्वपूर्ण यह पहलजि़म्मेदार और स्थायित्वपूर्ण बैंकिंग को बढ़ावा देने,ईएसजी जोखिमों को कम करने तथा कम कार्बन उत्सर्जनवाले भविष्य सेजुड़े अवसरों की तलाश करने,संवहनीयता के वैश्विक फ्रेमवर्क के अनुपालन और बैंक में ईएसजी-केंद्रित संस्कृति विकसित करने के लिए बैंक की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता में वृद्धि करेगी।

बैंक ने बताया कि पृथ्वी दिवस 2025 कीऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के महत्व कोरेखांकितकरनेवालीहमारी पृथ्वी,हमारी शक्ति के अनुरूप बैंक ऑफ़ बड़ौदा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के फायनांस को प्राथमिकता देगा।बैंक ने पर्यावरण संवर्द्धन की दिशा में योगदान देने के प्रयासों के तहत,अपने प्लांट अ ट्री कार्यक्रम के अंतर्गत बैंक द्वारासंवितरित प्रत्येक ऑटो ऋण और गृह ऋण के लिएअपने ग्राहकों की ओर से कैलेंडर वर्ष 2025 में अब तक30,000से अधिक वृक्ष लगाए हैं।

 

बैंक ने बताया कि ईएसजी नीति बैंक द्वारा की जाने वाली सभी ईएसजी पहलों और गतिविधियों के लिए एक मार्गदर्शी दस्तावेज़ के रूप में काम करेगी। नीति बैंक में पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस के 3 स्तंभों में से प्रत्येक के तहत महत्वपूर्ण क्षेत्रों,ईएसजी मेट्रिक्स और लक्ष्यों को निर्धारित करते हुए ईएसजी गवर्नेंस का मार्ग प्रशस्त करेगी।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक और मुख्यकार्यपालक अधिकारी, श्री देबदत्त चांद ने इस अवसर पर बात करते हुए कहा: पृथ्वी दिवस 2025 बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थायित्वपूर्ण वृद्धि अर्जित करने की यात्रा में एक निर्णायक क्षण है। हमारी ईएसजी नीति की शुरुआत और हमारी नेट ज़ीरो प्रतिबद्धता इस बात का प्रतीक है कि बैंक पर्यावरण संरक्षण में सार्थक योगदान देने, सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने और गवर्नेंस के उच्चतम मानकों को बनाए रखना है।


अन्य पोस्ट