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हैदराबाद, 11 दिसंबर। एनएमडीसीके अध्य्क्ष सह प्रबंध निदेशक सुमित देब ने बताया कि एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना के 2019 और 2020 बैच की छात्राओं ने हैदराबाद में अपना जीएनएम और बीएससी (नर्सिंग) प्रमाण पत्र प्राप्त किया। एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सिकंदराबाद में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान दो बैचों के 80 छात्राओं को सम्मानित किया गया।
श्री देब ने बताया कि एनएमडीसी ने 2011-12 से छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की आदिवासी छात्राओं को अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद में नर्र्सिंग कोर्स करने के लिए प्रायोजित करने के लिए बालिका शिक्षा योजना योजना चला रहा है। इस योजना के तहत पिछले एक दशक से हर वर्ष वंचित पृष्ठभूमि के 40 गरीब छात्राओं को अपने नर्सिंग पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए प्रायोजित किया जाता है।
श्री देब ने बताया कि इस पहल ने अब तक बस्तर, छत्तीसगढ़ में एनएमडीसी के प्रचालन के आसपास रहने वाले समुदायों के सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित वर्गों की लगभग 400 आदिवासी छात्राओं को लाभान्वित किया है। प्रशिक्षण पूरा होने पर, इन छात्राओं को देश भर में अनेक राज्य सरकारों के और कॉर्पोरेट अस्पतालों में रखा जा रहा है। इस कार्यक्रम ने न केवल बस्तर में रहने वाली युवतियों के लिए रोल मॉडल का निर्माण किया है, बल्कि बस्तर संभाग के आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का भी समर्थन किया है। देश की स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल होने की जनजातीय छात्राओं की यात्रा में योगदान देना एनएमडीसी के लिए गर्व की बात है। मुझे आशा है कि ये युवा महिलाएं अपने वरिष्ठों साथियों की भांति अपने समुदायों में परिवर्तन का कारक बनेंगी ।


