बिलासपुर
बिलासपुर कलेक्ट्रेट में किया आत्मसमर्पण, लगाया प्रहरियों पर प्रताड़ना का आरोप
बिलासपुर, 9 अक्टूबर। अंबिकापुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा मुकेश कांत अस्पताल से फरार हो गया। चार अक्टूबर को इलाज के दौरान वह पहरेदारों को चकमा देकर अस्पताल से भाग निकला और सीधे अपनी पत्नी के पास कोनी, बिलासपुर पहुंच गया।
तीन दिन घर में छिपे रहने के बाद मंगलवार को वह पत्नी के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। यहां उसने अंबिकापुर जेल के प्रहरियों पर वसूली और मारपीट के आरोप लगाते हुए शिकायत पत्र सौंपा।
पुलिस के मुताबिक मुकेश कांत मूल रूप से मल्हार (बिलासपुर) का निवासी है। वह हत्या के एक मामले में वर्ष 2011 से जेल में सजा काट रहा है। पहले वह बिलासपुर जेल में था, लेकिन वहां दूसरे कैदियों से झगड़े और रंगदारी के मामलों में उसका नाम आने के बाद जनवरी 2024 में उसे अंबिकापुर जेल स्थानांतरित किया गया था।
कलेक्टर के समक्ष मुकेश और उसकी पत्नी ने कहा कि जेल में प्रहरियों द्वारा लगातार पैसे मांगे जाते हैं, और पैसे न देने पर मारपीट की जाती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार ऑनलाइन रूप से प्रहरियों के खातों में रुपये जमा किए हैं। उसने पूरे विवरण भी दिए हैं कि किसे उसने कितने पैसे ट्रांसफर किए। यह रकम हजारों में है।
महिला ने यह भी कहा कि पैसे न देने पर मुलाकात की सुविधा भी रोक दी जाती थी। उसने कलेक्टर से अनुरोध किया कि पति को बिलासपुर जेल में शिफ्ट किया जाए ताकि उसके साथ कोई अनहोनी न हो। कलेक्टर ने शिकायत सुनने के बाद सिविल लाइन पुलिस को मुकेश कांत को जेल भेजने के निर्देश दिए। रात में जब उसे दोबारा जेल भेजा जा रहा था, तभी उसने कथित रूप से जहर खा लिया।
उसे तुरंत सिम्स अस्पताल, बिलासपुर में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
पुलिस के अनुसार, मुकेश कांत वर्ष 2020 में पैरोल से भी फरार हो गया था और तीन साल बाद 2023 में पकड़ा गया। जेल में रहते हुए ही उस पर कई बार जेल अपराध दर्ज हुए हैं। वह हर हाल में बिलासपुर जेल में ही रहना चाहता है, क्योंकि यहीं उसका घर है।
इधर अंबिकापुर अस्पताल से फरारी के मामले में आरक्षक मदन पैकरा को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, अंबिकापुर जेल स्टाफ पर लगे रिश्वत और प्रताड़ना के आरोपों की जांच डीआईजी जेल एस.एस. तिग्गा कर रहे हैं। बंदी मुकेश कांत अभी सिम्स अस्पताल में भर्ती है। उसे जल्द ही अंबिकापुर वापस ले जाकर जेल दाखिल किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा कारणों से उसे बाद में किसी अन्य जेल में स्थानांतरित किया जाएगा।


