बेमेतरा

मवेशियों की मौत, जनपद सदस्य भूख हड़ताल पर
28-Nov-2025 2:45 PM
मवेशियों की मौत, जनपद सदस्य भूख हड़ताल पर

धरना स्थल पर पहुंचे अफसरों ने चार मांगे मानी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 28 नवंबर। गुरुवार को गौवंश की रक्षा को लेकर जनपद सदस्य दीपक सिंह दिनकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे। उन्होंने आंदोलन के माध्यम से क्षेत्र में हो रहे गौवंश की मृत्यु पर रोक लगाने की मांग की है।

ज्ञात हो कि बीते महीनों में उसलापुर, बीरमपुर झिरिया नर्सरी में सैकड़ों मवेशियों की मौत अकाल मृत्यु हुई है। दिनकर ने बताया कि बीते कई माह से ग्रामीण क्षेत्रों में वन भूमि एवं आसपास विचरण करने वाले गौ वंश के लिए चारा पानी एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनेक बार विभागीय अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया गया, परंतु प्रशासन की निरंतर उदासीनता विभागीय लापरवाही एवं समुचित प्रबंधन के अभाव के कारण गौ वंश भूख प्यास से तड़प-तड़पकर मर रहे हैं।

6 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर हड़ताल

दिनकर ने मांग पत्र में कहा है कि मृत पशुओं का तत्काल वैज्ञानिक पोस्टमार्टम कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, चारा पानी की नियमित और पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, वन क्षेत्र से पशुओं को हटाने के लिए किसानों और जनप्रतिनिधियों की सहमति से वैकल्पिक स्थान निर्धारित किया जाए, दोषी अधिकारियों पर तुरंत विभागीय एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाए, किसानों की नष्ट हुई फसलों का सर्वे कर मुआवजा दिया जाए, भविष्य के लिए स्थाई गौ संरक्षण योजना लागू की जाए।

गौधाम योजना अधिकारियों की लापरवाही की भेट चढ़ी-आरोप

गौसेवक जिलाध्यक्ष राजा पांडेय ने आरोप लगाते कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद अधिकारियों की अनदेखी के कारण गौधाम योजना मूर्त रूप नहीं ले पा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का पैरा उचित मूल्य पर खरीदे और जो किसान अपने खेतों का पैरा जला रहे है उन पर कार्रवाई की जाए। पांडेय ने गौ सेवा और रक्षा के लिए बेमेतरा पालिका प्रशासन से अपील कि है कि शहर की सडक़ों पर घूमने वाले मवेशियों की देखभाल के लिए उचित व्यवस्था की जाए।

6 में 4 मांग पूर्ण, शेष के लिए मिला आश्वासन

आंदोलन के पहले दिन शाम को 7 बजे के करीब छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के प्रदेश सचिव डॉ. केके ध्रुव, पंजीयक डॉ.समीर शर्मा, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाए, डॉ. राजेंद्र भगत, एसडीओ वन विभाग, व्हीएन दुबे पहुंचे जहां उन्होंने 6 सूत्रीय मांग में से चार मांगो को पूर्ण करते हुए लिखित में दिया है, वहीं शेष दो मांगों की पूर्ति को लेकर तहसीलदार ने शुक्रवार को कलेक्टर से बात कर पूर्ण कराने का आश्वासन दिया है।

 

जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का हड़ताल को मिल रहा समर्थन

इस दौरान हड़ताल को समर्थन देने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष बंशी पटेल, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवदत्त वर्मा, जनपद सदस्य सनतधर दीवान, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी जिलाध्यक्ष सूर्या सिंह चौहान, आचार्य रामराज शास्त्री, रविदास पात्रे, कमलेश सेन, राम विशाल मिश्रा, सौरभ पटेल, पंचराम सतनामी, रामकुमार टंडन, संतोष ध्रुव, राहुल बंजारे, अधिवक्ता बिलासपुर अमित धृतलहरे, पुष्पराज साहू सहित सैकड़ों की संया में जनप्रतिनिधि व ग्रामीण शामिल हुए।

अधिकारी नहीं निभा रहे अपनी जिम्मेदारी

दिनकर ने कहा कि वन क्षेत्र से पशुओं को बिना सूचना हटाना किसानों की सुरक्षा और फसल हित के नियमों का उल्लंघन है। विभागीय अधिकारी अपनी जिमेदारी से बचने के लिए गलत तथ्यों का सहारा ले रहे हैं। किसानों की फसल लगातार नष्ट हो रही है परंतु आज तक कोई मुआवजा या ठोस कार्य योजना प्रस्तुत नहीं की गई। इन परिस्थितियों एवं प्रशासनिक उपेक्षा को देखते हुए ही में क्षेत्र के किसानों व गौ वंश की सुरक्षा के लिए बाध्य होकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठा हूं।


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