बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 मई। ग्राम गोपालभैना समेत अन्य गांव के किसानों से धान खरीदी के नाम पर 6 करोड़ रुपए से अधिक ठगी का मामला सामने आया है। इसमें मुंगेली विधानसभा क्षेत्र के भी गांव शामिल है। लगातार शिकायत के बावजूद किसानों को न्याय नहीं मिल रहा। पुलिस अधीक्षक से लेकर कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन प्रशासन कोई सहयोग नहीं कर रहा है। तथ्यों के साथ पुलिस थाने में शिकायत के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही। धान खरीदने वाला कोचिया लीला राम साहू की नवागढ़ विधानसभा के ग्राम पचभैया का स्थायी निवासी है। जो स्थानीय होने का फायदा उठाकर क्षेत्र किसानों को ठगने में कामयाब रहा।
नवागढ़ व मुंगेली विस के 500 से अधिक किसानों से ठगी
अनावेदक लीलाराम साहू ने नवागढ़ व मुंगेली विधानसभा के 500 से अधिक किसानों से 6 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। जिसमें मुख्य रूप से नवागढ़ विधानसभा के ग्राम गोपालभैना में 17, रिसाअमली में चार, नेवसा में 16, रामपुर में 10, भवरदा 7, भैसामुड़ा में दो, हथमुड़ी 8 इसी प्रकार मुंगेली विधानसभा के ग्राम रीवापाट में 13, लोरमी में 25 लालपुर में 8 समेत अन्य गांव के किसानों से एजेंट के माध्यम से खरीदी की गई।
न्याय नहीं मिलने पर सीएम से लगाएंगे गुहार
क्षेत्र के किसान राशि वापसी को लेकर लगातार शिकायत कर रहे हैं, बावजूद प्रशासन का सहयोग किसानों को नहीं मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति में किसानों में खासी नराजगी है। किसानों के अनुसार एक बार फिर से कलेक्टर व एसपी को शिकायत दर्ज कराई जाएगी। न्याय नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री से मामले की जानकारी दी जाएगी।
विश्वास जीतने गांव के युवाओं को बनाया एजेंट, मंडी अध्यक्ष होने का दिया हवाला
इनके द्वारा जिला राजनांदगांव का भाजपा मंडी अध्यक्ष होने का रौब दिखाकर गांव-गांव में किसानों से धान खरीदा। जबकि कोचिया राजनंदगांव का मंडी अध्यक्ष नहीं था, बावजूद मंडी अध्यक्ष की नेम प्लेट लगाकर किसानों से करोड़ों रुपए की ठगी की है। वही धान खरीदी के लिए गांव के युवाओं को एजेंट बनाया। एजेंट के माध्यम से गांव में धान की खरीदी की गई। एजेंट से प्रत्येक बोरी के लिए एजेंट को 100 कमीशन देना तय हुआ। एजेंटो को भी पैसा नहीं दिया गया।
2 साल तक खरीदी का पैसा देकर, तीसरे साल की ठगी
किसानों ने बताया कि मंडी अध्यक्ष राजनंदगांव की नेमप्लेट लगाकर गांव आता था। कोचिया लीला राम साहू ने लगातार 3 साल धान की खरीदी के लिए गांव पहुंचा। किसानों का विश्वास जीतने के लिए शुरू के 2 सालों में धान खरीदी पैसे दिए। लेकिन तीसरे साल करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार हो गया है। अब पीडि़त किसान अपनी राशि के लिए कोचिया के पचभैया स्थित निवास पहुंच रहे हैं। जहां उनके माता-पिता जानकारी होने से पल्ला झाड़ रहे हैं।
परेशान किसानों ने कार्रवाई की लगाई गुहार
रेखा पुरैना ने बताया कि रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मकान बनाया है। अब उनके पैसे लौटाने में दिक्कत जा रही है। अनावेदक को 50 कट्टा धान बेचा है। अब अनावेदक पैसे नहीं दे रहा। इसीप्रकार ग्राम गोपालभैना के किसान रैमजे गायकवाड़ ने बताया कि धान बिक्री का पैसा नहीं मिलने से पैसे के अभाव में उसकी शादी टूट गई है। इसी तरह क्षेत्र के कई किसान परेशान है।
इसीप्रकार एक और ने बताया कि जगतारण कुर्रे ने बताया कि दिनों दिन घर की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। शिकायत करने जाने पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। महीनो बाद भी पुलिस अनावेदक को गिरफ्तार करना, तो दूर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने उससे धान खरीदकर उसका पैसा नहीं दिया। उनकी मेहनत का उन्हें दाम नहीं मिला। वे काफी परेशान हैं।


