बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बुधवार को कलेक्टोरेट स्थित दृष्टि सभाकक्ष में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के छात्रावास अधीक्षकों की बैठक ली। कलेक्टर ने छात्रावास व आश्रमों के अधीक्षकों से छात्रावास व आश्रम के संचालन, उपलब्ध सुविधा, संसाधन व कमियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सीसीटीवी कैमरा, भोजन व्यवस्था, शिक्षक व विद्यार्थियों की संख्या, शौचालय, पेयजल, साफ -सफाई आदि की जानकारी ली। अपर कलेक्टर डॉ. अनिल वाजपेयी, असिस्टेंट कमिशनर ट्राइबल राधेश्याम टंडन आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि छात्रावास में दूर-दराज के विद्यार्थी पढऩे आते हैं। शासन द्वारा उन्हें तमाम सुविधा उपलब्ध कराई जाती है इसलिए आप सभी का कर्तव्य है कि सभी बच्चों को अपने घर के बच्चों की तरह रखें। उन्हें सारी सुविधा उपलब्ध कराएं। छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने से व्यक्तित्व और एक दूसरे में सहयोग की भावना का विकास होता है।
एक सप्ताह में शौचालयों व छत की कराएं मरम्मत
कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों को एक सप्ताह के भीतर हॉस्टल में मौजूद शौचालय व छत की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने हॉस्टल में गार्डनिंग कर अलग-अलग तरह के पौधे लगाने और परिसर की साफ -सफाई करने के निर्देश दिए। छात्रावास में बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था, पंखा व कूलर में हो रही बिजली सप्लाई को चेक करने को कहा ताकि कोई दुर्घटना ना हो।
परीक्षा परिणाम सुधारने बच्चों को करें अनुशासित
जिलाधीश ने अधीक्षकों से हॉस्टल में रह रहे बच्चों का परीक्षा परिणाम सुधारने सभी बच्चों को अनुशासित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी हॉस्टल में बच्चों के कपड़े, बेडशीट, गद्दे को धुलाकर धूप में रखने को कहा। उनकी जांच भी कराएं।
बच्चों को गुड-बैड टच के बारे में दी जाए जानकारी
हॉस्टल में पारिवारिक और सामाजिक वातावरण निर्मित करते हुए व्यावहारिक आचरण का माहौल बनाकर बच्चों को अपने घर जैसे माहौल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को गुड टच, बैड टच की जानकारी दें, जिससे बच्चे अपनी सुरक्षा कर सकें। किसी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही करने पर दण्डात्मक कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए।


