बेमेतरा

नए मटके से देवी-देवताओं पर चढ़ाया जल, पुतरा-पुतरी की कराई शादी
11-May-2024 2:04 PM
नए मटके से देवी-देवताओं पर चढ़ाया जल, पुतरा-पुतरी की कराई शादी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 11 मई। जिला मुख्यालय सहित पूरे अंच में शुक्रवार को धूमधाम से अक्षय तृतीया त्योहार मनाया गया। गांवों में ग्राम देवी को नई मटकी से जल अर्पण किया गया। घरों में पुतरा-पुतरी का विवाह कराया गया।

शुक्रवार को अक्ति पर्व पर नए मटके से पानी भर कर देवी-देवताओं में जल चढ़ाया गया। बताया जाता है कि इस दिन नए मटके से ठंडे पानी पीना प्रारंभ किया जाता है। बच्चों ने पंडाल सजा कर घरों में गुड्डा-गुडिय़ों का ब्याह पूरे रीति-रिवाज से किया। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि मुहूर्त में किसी भी तरह के नए व्यवसाय का शुभारंभ, गृह प्रवेश, सगाई, शादी, नामकरण, जनेऊ संस्कार करने से वह फलदायी होता है। गांव-गांव अलग तरह रस्म अदायगी की गई। गुड्डा-गुडिय़ा का ब्याह रचाते समय दोनों पक्ष के लोग तालाब से चूलमाटी लेने पहुंचे। देवी-देवता को प्रतिष्ठापित कर आम पत्ता, डूमर पेड़ के पत्तों से मंडपाच्छादन यानी मंडल भी सजाया गया। इसके बाद गुड्डा-गुडिय़ा को तेल, हल्दी चढ़ाने की रस्म निभाई गई। वहीं खरीफ फसल की बुआई शुरु की गई। गांवों में ठाकुर देव या गांव के प्रमुख देवी-देवता के सामने दोना पत्तल में धान रखकर पूजा की गई।

सैकड़ों जोड़े बंधे विवाह के बंधन में

देव मुहूर्त होने की वजह से अक्ति पर विवाह की परंपरा रही है। शुक्रवार को पूरे जिले में 100 से अधिक विवाह संपन्न हुए। वहीं कबीर पंथ के अनुयायियों ने धर्मनगरी दामाखेड़ा में सामूहिक विवाह का आयोजन किया, जिसमें जिले के कई जोड़े विवाह के बंधन में बंधे।

सहयोग से मनाया अक्ति त्योहार

समाजसेवी संस्था सहयोग द्वारा माता भद्रकाली तालाब के पास विधि-विधान से अक्ति पर्व मनाया गया, जिसमें वर व वधु पक्ष के सदस्यों ने सभी रस्म निभाए। सदस्यों ने दान दहेज भी दिया। इस अवसर पर डॉ. सुभाष चौबे, रमन काबरा, संतोष चांडक, नालेश्वर साहू आदि मौजूद रहे।


अन्य पोस्ट