बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 6 फरवरी। नए बस स्टैंड परिसर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो जाने से नाराज बस संचालकों ने नए बस स्टैंड को कब्जा मुक्त करने की मांग की है। बस स्टैंड की व्याप्त समस्याओं को लेकर बस संचालकों ने जिला प्रशासन एवं नगर पालिका प्रशासन को मांग पत्र सौंपा है। संचालकों ने बताया कि यहां रोजाना 70 से 80 यात्री बसों का आना-जाना होता है पर पूरे परिसर के भीतर फ ल व्यवसायियों ने दुकानें लगा ली हैं।
बेतरतीब मोटरसाइकिलों की पार्किंग व लंबे समय से खराब पड़ी यात्री बसों को परिसर के अंदर खड़ा करने के कारण बस स्टैंड में यात्री बसों को प्रवेश करने में कई तरह की दिक्कतें होने लगी हैं। बस संचालक संतोष साहू, ललित विश्वकर्मा व हफीज खान ने बताया कि बस स्टैंड परिसर में व्यावसायिक परिसर का निर्माण किए जाने के बाद से एक ही रास्ते से बस स्टैंड में प्रवेश व निकासी करने की सुविधा है। परिसर के भीतर बस को मोडक़र पुन: उसी रास्ते से गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ता है। ऐसे समय में एक साथ दो बसों का बस स्टैंड के भीतर प्रवेश कर पाना असंभव है। बसों के आने-जाने व क्रॉसिंग के दौरान गंभीर दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
संचालकों ने बताया कि बस परिसर के भीतर अतिक्रमण के कारण यात्री बस को खड़ा करने के लिए भी जगह नहीं मिलती। कभी-कभी बस को रिवर्स करने के दौरान हाथ ठेला से टकराने की घटनाएं हो चुकी हैं। इससे बस स्टैंड में वाद-विवाद होता रहता है।
पक्की सीढ़ी से समस्या बढ़ रही है
व्यावसायिक परिसर में बड़े पैमाने पर मनमानी करते हुए दुकानदारों ने पक्की सीमेंट की सीढ़ी बनाकर अतिक्रमण कर लिया है, जिससे बस स्टैंड का स्वरूप छोटा हो गया है। इससे यात्री बस और यात्रियों को असुविधा हो रही है। गंभीर समस्या से परेशान बस संचालकों ने शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है।
100 बसों का अड्डा है बस स्टैंड
बेमेतरा से रायपुर, दुर्ग-भिलाई और कवर्धा के लिए 100 से भी अधिक बार यात्री बसों के फेरे लगते हैं। सभी बसों का बेमेतरा बस स्टैंड परिसर में आना-जाना होता है। मुख्य मार्ग पर बस खड़ी रहने के कारण भी यातायात प्रभावित हो जाता है।
हाईटेक बस स्टैंड बना घुटना टेक बस स्टैंड
पूर्व में भाजपा शासन काल के दौरान हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हुई और उसे मूर्त रूप देने की सरकारी योजनाएं बनीं लेकिन आज तक हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण प्रारंभ नहीं हो पाया। बीजेपी के सत्ता से जाते ही कांग्रेस सरकार ने बस स्टैंड के निर्माण को लेकर किसी प्रकार की कोई रुचि नहीं ली।
संचालकों की समस्याओं की जानकारी मिली है
सीएमओ नगर पालिका भूपेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि बस संचालकों की समस्याओं की जानकारी मिली है और अतिक्रमण के संबंध में यातायात विभाग से चर्चा हो चुकी है। आगामी दो-तीन दिनों के भीतर बस स्टैंड परिसर की व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाएगी।
हाईटेक बस स्टैंड को लेकर किसी प्रकार की कोई राशि फिलहाल स्वीकृत नहीं है। शासन से योजना स्वीकृत होने पर बस स्टैंड निर्माण की कार्रवाई की जाएगी।


