बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 10 जनवरी। आंधियारखोर क्षेत्र के अंतर्गत गाँवों में सडक़ों की हालात दयनीय हो गई हैं, जहाँ आवागमन करना ग्रामीणों के लिए किसी करतब से कम नही है। मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अंतर्गत आने वाले पडक़ीडीह से धनगांव तक 3 किमी की सडक़ बदहाली के आंसू रो रही हैं, जहां सडक़ में गड्ढे ही गड्ढे हैं। वहीं आवागमन में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सडक़ दुरुस्त करवाने किसी का ध्यान नहीं
अंधियारखोर लिहाजा सडक़ की मरम्मत या सडक़ निर्माण की ओर जिम्मेदार ध्यान देते नजर नहीं आ रहे है। लिहाजा ओवरलोड वाहन के लगातार आवागमन होने के कारण सडक़ में चलना मुश्किल हो गया है। धनगांव से सैकड़ों छात्र-छात्राएं इसी मार्ग से अंधियारखोर स्कूल पढऩे जाते हैं, जिन्हें आने-जाने में परेशानी होती हैं।
धनगांव से हेमाबंध सडक़ नहीं हो पाई शुरू
धनगांव से हेमाबंध सडक़ निर्माण भूमि पूजन के महीनों बाद भी प्रारंभ नहीं हो पाई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दाढ़ी में भेंट मुलाकात के दौरान झाझाडीह के ग्रामीणों ने झझाडीह में सडक़ पहुंच मार्ग नहीं होने की बात कही थी, जिसके बाद झाझाडीह गांव को मुख्य सडक़ से जोडऩे पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद जिम्मेदारों ने वहवाही लूटने फानन में भूमि पूजन तो करवा लिया, परंतु अब तक सडक़ का निर्माण प्रारंभ नहीं करवाया जा सका है। धनगांव से हेमाबंध सडक़ के निर्माण होने हो जाने से धनगांव, झझाडीह, हेमाबंध व सुरकी के ग्रामीणों का आवागमन सरल हो जाएगा, जिससे रामपुर व मोतीपुर सहित क्षेत्र के 10 गांवों के ग्रामीण लाभान्वित होंगे।
अंधिरखोर से बरबसपुर मार्ग बदहाल
प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अंतर्गत बनाई गई अंधियारखोर से बरबसपुर तक प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बनी सडक़ भी बदहाली के दिन झेल रही हैं। जहां आने-जाने में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरबसपुर सडक़ लिंक सडक़ होने से नगधाऔर तोरा के ग्रामीण भी परेशान है। साथ ही अंधियारखोर स्कूल पढऩे आने वाले नगधा बरबसपुर के छात्र-छात्राओं का साइकिल चलाना किसी करतब से कब नहीं है।
ग्राम मरक से नरी मार्ग का उद्धार अब तक नहीं हो पाया है। जहां ग्रामीण कच्ची सडक़ से ही आवागमन करने को मजबूर है। वहीं बरसात के दिनों में नरी क्षेत्र के ग्रामीणों का आवागमन पूर्णत: बंद हो जाता है। चारभाठा, ढोलिया व पेंड्रीतराई होकर आवागमन करना पड़ता हैं। नरी के ग्रामीणों ने कहा कि सडक़ के निर्माण के लिए कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं परंतु अब तक उनकी किसी ने नहीं सुनी। लिहाज ग्रामीण सडक़ को लेकर अब तक परेशान है।
प्रस्ताव शासन स्तर पर भेजा जाएगा
कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना संतोष साहू ने कहा कि पडक़ीडीह-धनगांव सडक़ के लिए नया प्रस्ताव शासन स्तर पर भेजा जाएगा। बाकी अन्य सडक़ों की जानकारी लूंगा।


