बस्तर

अपनी संस्कृति और पंरपराओं को रखें अक्षुण्ण-लखमा
10-Aug-2021 6:12 PM
अपनी संस्कृति और पंरपराओं को रखें अक्षुण्ण-लखमा

बोडऩपाल में विश्व आदिवासी दिवस पर समारोह

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 अगस्त ।
प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने प्रकृति की गोद में सहजता से जीने वाली और इसकी रक्षा करने वाली आदिवासी समुदाय से अपनी विशिष्ट संस्कृति और परंपराओं को अक्षुण्ण रखने की अपील की है। 

बोडऩपाल में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में मंत्री श्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा और विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वनवासियों के हित को ध्यान में रखकर तेंदूपत्ता के प्रति मानक बोरा का दर ढाई हजार रुपए से बढ़ाकर चार हजार रुपए कर दिया। न्यूनतम समर्थन मूल्य में वनोपज खरीदी के मामले में भी छत्तीसगढ़ दूसरे राज्यों की अपेक्षा कहीं अधिक आगे है।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि शासन द्वारा स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने और कुपोषण को दूर करने का कार्य किया जा रहा है, जिसका सबसे अधिक लाभ आदिवासी समाज को हो रहा है। उन्होंने बस्तर संभाग में भर्ती के दौरान स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने और पंचायतीराज व्यवस्था को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने यहां नन्हें-मुन्हें कलाकारों द्वारा वीर गुण्डाधूर के जीवन पर आधारित नाट्य का मंचन देखकर सराहना की और कहा कि बस्तर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।

बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल ने कहा कि आदिवासियों की स्थिति को देखते हुए ंिचंतन मनन और सुधार के लिए आज के दिन को विश्व आदिवासी दिवस के रुप में मनाने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार आदिवासियों की बेहतरी के लिए निरंतर कार्य कर रही है तथा आदिवासियों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ निरंतर सभी क्षेत्र में प्रगति कर रहा है।
 


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