बलरामपुर

सरकारी जमीन के विक्रय पर जांच की मांग
06-Nov-2025 10:31 PM
सरकारी जमीन के विक्रय पर जांच की मांग

रामानुजगंज, 6 नवंबर। तहसील रामानुजगंज अंतर्गत ग्राम राधानगर की एक भूमि के विक्रय को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। ग्राम निवासी नीलेश दुबे ने इस संबंध में  कलेक्टर बलरामपुर को आवेदन देकर जांच और कार्रवाई की मांग की है।

आवेदक के अनुसार, पुराना खसरा नंबर 214 एवं 229 (वर्तमान खसरा नंबर 49, रकबा 2.25 हेक्टेयर) की भूमि झाड़ी-जंगल मद में दर्ज थी। आवेदक ने कहा है कि अनिल, उपेंद्र, प्रशांत, वीरेन्द्र और सुशील तिवारी द्वारा अपने पिता स्व. सूर्यदेव तिवारी के नाम पर वर्ष 1954-55 में पट्टा दर्ज कराया गया था, जिसकी सत्यता पर आपत्ति है।

आवेदन में यह भी कहा गया है कि प्रशांत तिवारी उस समय राधानगर में पटवारी के पद पर पदस्थ थे और रिकॉर्ड में परिवर्तन इस अवधि में किए गए।

आवेदक का कथन है कि उक्त भूमि पर उनके पिता स्व. गुप्तेश्वर दुबे का लम्बे समय से कब्जा रहा और वे खेती करते रहे। वर्तमान में भूमि विवाद का पुनरीक्षण प्रकरण अपर कलेक्टर बलरामपुर के समक्ष विचाराधीन है।

आवेदक ने बताया कि इस प्रक्रिया के बीच 28 अक्टूबर को उक्त भूमि का विक्रय-पत्र पंजीकृत किया गया, जिसका क्रमांक सीजी-2025-26-187-1-910 है। इस संबंध में उन्होंने छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता की धारा 165(7-ख) के उल्लंघन का आरोप लगाया है।

आवेदन में तहसीलदार एवं पदेन उप-पंजीयक रामानुजगंज की भूमिका पर भी प्रश्न उठाए गए हैं।

आवेदन में कहा गया है कि विवादित भूमि के संबंध में पटवारी द्वारा तैयार अभिमत एक पक्ष के बयान पर आधारित है।

आवेदक का कहना है कि अभिमत तैयार करने के लिए दोनों पक्षों से चर्चा अपेक्षित है।

जिला प्रशासन के स्तर पर मामले की जांच के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया है।

अधिकारी स्तर पर इस संबंध में आगे की कार्रवाई की प्रतीक्षा है।


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