बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी,13 अगस्त। नगर पंचायत कुसमी के वार्ड क्रमांक 12,खिखिरपारा की मुख्य सडक़ की हालत अत्यंत जर्जर हो चुकी है। विगत तीन वर्षों से इस सडक़ के डामरीकरण की योजना केवल कागजों तक ही सीमित है। वार्डवासियों ने नगर पंचायत और जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगाया है। स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो वे स्वयं श्रमदान कर सडक़ की मरम्मत करने के लिए बाध्य होंगे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, तीन साल पूर्व इस सडक़ के डामरीकरण हेतु सर्वे किया गया था, लेकिन अब तक किसी प्रकार का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। इस मोहल्ले में कई शासकीय और निजी विद्यालय संचालित होते हैं, जिससे रोजाना स्कूली बच्चों की बसें और अन्य वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं। सडक़ पर बने गहरे गड्ढे और कीचड़ से आए दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
खिखिरपारा चौक पर लगभग एक फीट गहरा गड्ढा हो गया है, जिससे राहगीरों और दुपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। स्थानीय निवासी लक्ष्मी निकुंज ने बताया,हमने कई बार पार्षद एवं नगर पंचायत अध्यक्ष को इस समस्या के बारे में बताया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्कूल बसों को भी खतरनाक हालात में गुजरना पड़ता है। इसी प्रकार बुधन राम एक वरिष्ठ नागरिक ने बताया, बारिश में सडक़ पर कीचड़ और गड्ढों के कारण गिरने की नौबत आ जाती है।
अब तो हालत यह हो गई है कि हमें खुद श्रमदान करने की बात करनी पड़ रही है।
वार्डवासियों ने नगर पंचायत से मांग की है कि जब तक डामरीकरण नहीं हो पाता, तब तक गड्ढों में क्रशर डस्ट और जीरा गिट्टी डालकर अस्थायी सुधार किया जाए ताकि आवागमन में राहत मिल सके।


