बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 18 जुलाई। बलरामपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 343 की अत्यंत खस्ताहाल को लेकर व्यथित युवा समाजसेवी राहुल जीत सिंह गुरुवार को बरसते पानी के बीच अकेले पैदल सडक़ के मरम्मत को लेकर ज्ञापन सौंपने रामानुजगंज से 30 किमी दूर बलरामपुर के निकले थे, जहां रात्रि विश्राम तातापानी करने के बाद आज पैदल जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंप सडक़ मरम्मत करने की मांग की। राहुल जीत के इस कदम की इंटरनेट मीडिया पर सराहना करते हुए लोगों ने अपना भरपूर समर्थन दिया।
राहुल जीत सिंह ने कहा कि करीब 9 माह पहले मैंने रामानुजगंज में सडक़ की मरम्मत को लेकर भूख हड़ताल की थी, जिसके बाद प्रशासन के द्वारा जबरदस्ती मेरा भूख हड़ताल तुड़वाया गया था एवं आश्वासन मिला था कि एक माह के अंदर सडक़ का मरम्मत कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा, परंतु सडक़ का मरम्मत नहीं कराया गया। स्थिति दिन प्रतिदिन और खराब होते गई, अब तो ऐसी स्थिति है कि प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही है। बस रूट बदल कर चल रहे हैं,चार चक्का वाहन जो नहीं जान रहे हैं, इस मार्ग के बारे में वह रास्ते में ही फंस जा रहे हैं। प्रतिदिन करीब करीब चक्का जाम की स्थिति निर्मित हो रही है।
अनुमति दे तो जन सहयोग से गड्ढों की भरावट
राहुल जीत अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि यदि प्रशासन गड्ढों को नहीं भरवा सकता है तो बलरामपुर रामानुजगंज के नागरिक इतने सक्षम है कि गड्ढों को जन सहयोग से भर सकते हैं। यदि प्रशासन अनुमति दे तो हम सब गड्ढों को 2 दिन के अंदर भर देंगे।
मुख्यमंत्री एवं मंत्री के फोटो पर किया जलाभिषेक
राहुल जीत रामानुजगंज से कन्हर नदी का जल ले जाकर कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के फोटो पर जलाभिषेक किया। उन्होंने कहा कि जलाभिषेक किस लिए मैं किया कि दोनों हमारे क्षेत्र से नाराज हैं जिस कारण से वह क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रहे हैं यदि वे ध्यान दिए रहते तो गड्ढे कब के भर दिए गए होते।
लोगों का धैर्य दे रहा है जवाब
राहुल जीत ने कहा कि दिन प्रतिदिन जिले वासियों की नाराजगी सडक़ को लेकर बढ़ती जा रही है यदि सडक़ का मरम्मत जल्द नहीं कराया जाता है तो लोगों का धैर्य जवाब दे देगा एवं बड़ा जन आंदोलन छिड़ सकता है, इसके पूर्व शासन प्रशासन को इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।