बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 9 जुलाई। झारखंड के बाबा बैजनाथ धाम जाने वाले कावड़ यात्रियों के नि:शुल्क रूकने एवं भोजन की व्यवस्था नगर के वार्ड क्रमांक 13 में स्थित मांगलिक भवन में कावरिया सेवा समिति के प्रमुख एवं नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल की उपस्थिति में विधि विधान से पूजा-अर्चना के साथ शुभारंभ हुआ।
कांवरियों का पहला जत्था छत्तीसगढ़ के पेंड्रा एवं कोटा से पहुंचा था। कावड़ यात्रियों ने रामानुजगंज में रूकने एवं भोजन की बेहतर व्यवस्था साफ सफाई की जमकर प्रशंसा की।
गौरतलब है कि शुक्रवार से श्रावण मास प्रारंभ होने वाला है उसके पूर्व से ही श्रद्धालुओं के जत्था का बाबा बैजनाथ धाम जाने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के कावड़ यात्री भी इसी रास्ते से झारखंड के बाबा बैजनाथ धाम जाते हैं। विगत कुछ वर्षों से नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल के मार्गदर्शन और नेतृत्व में कांवरिया सेवा समिति के माध्यम से नगर में कावड़ यात्रियो के रूकने एवं भोजन की निशुल्क व्यवस्था प्रारंभ की गई।
मांगलिक भवन को कावड़ यात्रियों के रूकने एवं भोजन की व्यवस्था के पूर्व साफ सुथरा एवं सुसज्जित किया गया है जो पूरे सावन मास में 24 घंटे कावड़ यात्रियों के लिए खुला रहेगा। मंगलवार की देर शाम पुजारी विनय पांडे के द्वारा विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भोजन सेवा का शुभारंभ कराया गया। यह निशुल्क सेवा पूरे श्रावण मास यहां चलेगी।
कैसे पहुंचे मांगलिक भवन
अंबिकापुर से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रामानुजगंज अंबिकापुर मुख्य मार्ग में रामानुजगंज के अग्रसेन चौक से 500 मीटर की दूरी पर मांगलिक भवन स्थित है। यहां पहुंचने का रास्ता बिल्कुल सीधा है। कांवरिया सेवा समिति के द्वारा भवन से 500 मीटर पहले से ही संकेतक लगा दिए गए हैं।
कांवरिया सेवा समिति के द्वारा निशुल्क भोजन एवं रुकने की व्यवस्था मांगलिक भवन में की गई है जहां सेवा करने के लिए नगरवासी 24 घंटे तत्पर रहते हैं यहां प्रतिदिन अलग-अलग समूह के लोग सेवा के लिए सुबह से ही जुट जाते हैं जो देर रात तक यहां तक की मध्य रात्रि में भी सेवा के लिए श्रद्धा के साथ उनका समर्पण और तत्परता देखा जा सकता है।
मांगलिक भवन में पर्याप्त पार्किंग के साथ-साथ ऐसी व्यवस्था की गई है कि यहां 300 से अधिक लोग एक समय में एक साथ रुक सकते हैं। कांवर यात्रियों के लिए 10 बड़े कमरे एवं एक बड़ा हाल हमेशा उपलब्ध रहता है।