बलरामपुर

मतांतरण के विरुद्ध धर्म जागरण समिति ने खोला मोर्चा
17-Jun-2025 8:51 PM
मतांतरण के विरुद्ध धर्म जागरण समिति ने खोला मोर्चा

कलेक्टर कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलरामपुर/राजपुर, 17 जून। जिले में मतांतरण के विरुद्ध हिंदू संगठन की बनी धर्म जागरण समिति ने मोर्चा खोल दिया है। धर्म जागरण समिति के लोगों ने सोमवार को जिला मुख्यालय बलरामपुर के कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर एवं एसपी से मुलाकात कर चर्चा की।

 धर्म जागरण समिति ने आरोप लगाया कि बलरामपुर जिले के राजपुर क्षेत्र में मतांतरण का खेल चल रहा है जहां पर भोले भाले आदिवासी परिवारों को प्रलोभन देकर मतांतरण कराया जा रहा है। इस पूरे मामले में राजपुर एसडीएम एवं तहसीलदार पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सभा करने के लिए अनुमति दी है और तहसीलदार ने कार्रवाई के दौरान पंचनामा बनाने से इंकार कर दिया था। इन दोनों प्रमुख अधिकारियों के इस कार्य से धर्म जागरण समिति और हिंदू संगठन के लोग बेहद नाराज हैं और इनके खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, बल्कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और चक्का जाम की चेतावनी दे रहे हैं।

धर्म जागरण समिति के लोगों ने कहा कि जिस तरह से इनका प्रचार-प्रसार चल रहा है उससे गरीब आदिवासी लोग प्रभावित हो रहे हैं और हिंदुत्व खतरे में दिख रहा है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से धर्म जागरण समिति के प्रतिनिधि मंडल ने बंद कमरे में चर्चा किया है और पूरे मामले की जानकारी दी है।

 इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधि व राजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज में प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने वाले मतांतरित पास्टर लोग गलत काम कर रहे हैं। किसी पंत को कोई मान ले उसके लिए लीगल तरीका है संवैधानिक अधिकार है, पर प्रलोभन देकर धर्मांतरण करना ठीक बात नहीं है। इसमें सहयोग करने वाले राजपुर के एसडीएम, तहसीलदार जैसे बड़े अधिकारी है जो उसी समुदाय से है, उन्होंने सहयोग किया है। जहाँ पर एक प्रतिशत भी ईसाई नहीं हैं, वहां पर उन्होंने सभा करने का अनुमति दी है उन पर कार्रवाई होना चाहिए।

वहीं राजपुर जनपद सदस्य कमला प्रसाद सिंह ने कहा कि धर्मांतरण में सहयोग करने वाले एसडीएम तहसीलदार के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है। यदि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो आंदोलन व चक्काजाम भी करेंगे। जब तक एसडीएम तहसीलदार नहीं हटेंगे तब तक आंदोलन करेंगे।


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