बलरामपुर
गोदाम बनाकर बगैर प्रमाणित धान बीज का अवैध कारोबार किया जा रहा था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 9 जून। बलरामपुर जिले के राजपुर में राजस्व कृषि विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से भारी मात्रा में संचालित बीज भंडारण को सील किया है।
बलरामपुर कलेक्टर को सूचना मिली कि राजपुर के हृदय स्थल में छड़ सीमेंट बेचने वाले दुकान में अवैध रूप से धान बीज पैकिंग व भंडारण किया गया है। जिसके बाद बलरामपुर कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी राजीव जेम्स कुजूर, तहसीलदार पूनम रश्मि तिग्गा एवं कृषि विभाग के उप संचालक रामचंद्र भगत, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी राजपुर आशीष सिन्हा तथा पुलिस बल 8 जून की शाम को मेसर्स राजकुमार अग्रवाल के दुकान पर निरीक्षण हेतु पहुँचे।
जाँच दल जब देर शाम राजकुमार अग्रवाल के घर में संचालित दुकान पर पहुंचे तो घरवालों ने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और संचालक राजकुमार अग्रवाल मोबाइल बंद कर फरार हो गया।
अधिकारियों व पुलिस के द्वारा अनेकों बार दरवाजा खोलवाने के लिए काफी प्रयास किया, परंतु घरवालों ने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद अधिकारियों ने उक्त परिसर को सील कर दिया तथा परिसर के बाहर पुलिस बल की तैनाती कर दी।
सोमवार को सुबह पुन: सुबह राजपुर एसडीएम, तहसीलदार, कृषि विभाग के उपसंचालक एवं पुलिस बल की उपस्थिति में राजकुमार अग्रवाल के घर पहुँची। अधिकारियों ने राजकुमार अग्रवाल की पत्नी मंजु अग्रवाल की उपस्थिति में दरवाजा खुलवाया गया।
अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान जब अंदर घुसे तो अंदर का नजारा देखकर हैरान हो गए। अंदर गोदाम बनाकर बगैर प्रमाणित धान बीज का गोरखधंधा किया जा रहा था। गोदामों में रखे धान बीज की पैकिंग करने वाले मशीन सहित भारी मात्रा में धान बीज बेचने के लिए बोरियों में भरा मिला।
जाँच टीम ने मौके पर से 255 जूट बोरी धान, हायर कंपनी नाम का 93 प्लास्टिक बोरी धान, हायर कंपनी नाम का खाली बीज पैकेड 44 बोरी,पैकिंग मशीन,तौल करने वाली मशीन को जब्त कर लिया गया तथा अवैध बीज की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जप्त धान बीज की अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपये की बताई जा रही है।
ज्ञात हो कि जैसे ही धान का सीजन आता है वैसे ही नकली खाद बीज का बाजार गर्म हो जाता है। बाजार में किसानों को बगैर प्रमाणित बीज ऊँचे दामों में बेचकर बिचौलिए भारी मुनाफा वसूल करते हैं। इसी तरह राजपुर में खाद में भी मिलावट करके किसानों को चूना लगाया जा रहा हैं।


