बलरामपुर

चोरी होने के 17 दिन बाद भी दर्ज नहीं हो सकी एफआईआर
22-Feb-2023 5:38 PM
चोरी होने के 17 दिन बाद भी दर्ज नहीं हो सकी एफआईआर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 22 फरवरी।
नगर के वार्ड क्रमांक 14 के एक व्यवसायी के वैवाहिक घर से 82 हजार रुपय चोरी होने के घटना के 17 दिन के बाद भी थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है ऐसे में पुलिस के हाथ अपराधियों तक कैसे पहुंचेंगे यह समझ से परे हैं। जिस प्रकार से नगर में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही है इससे नगर वासियों में भय का माहौल है।

गौरतलब है कि कुछ माह से लगातार नगर में चोरी की छोटी छोटी-छोटी एवं बड़ी चोरी की घटनाएं भी हो रही है परंतु किसी भी घटना में पुलिस के हाथ चोरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। नगर के वार्ड क्रमांक 14 के व्यवसायी राजेंद्र ठाकुर के बेटे की शादी थी बरात घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन में गया था इसी दौरान चोरों के द्वारा 82 हजार की चोरी की गई। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची थी वही घटना की लिखित सूचना सुबह राजेंद्र ठाकुर के द्वारा थाने में दी गई परंतु घटना के 17 दिन के बाद भी थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है। जिस प्रकार से चोरी की बड़ी वारदात में भी पुलिस के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है उससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं जब प्राथमिकी भी दर्ज नहीं होगी तो चोर पुलिस कैसे पकड़ेगी।

सुराग मिले, चोरों तक नहीं पहुंच पाई पुलिस
नगर के वार्ड क्रमांक 15 के प्रतिष्ठित व्यवसायी सुरेंद्र गुप्ता के दुकान से चोरी के लिए घुसे दो चोर सीसीटीवी में नजर आ रहे हैं परंतु पुलिस इसके बाद भी चोरों तक नहीं पहुंच पा रही है। जब सुराग होने के बाद भी पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पा रही है तो अन्य चोरी की घटनाओं में पुलिस चोरों तक कैसे पहुंचेगी जिसमें कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पा रहा है। यहां तक कि प्राथमिकी भी दर्ज नहीं हुई है।

वार्ड क्रमांक 14 के पार्षद राजेश सोनी ने कहा कि चोरी जैसी घटनाओं में पुलिस को तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों को पकडऩा चाहिए। नगर में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से नगर वासियों में डर का माहौल है। इस संबंध में अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आरके पटेल ने कहा कि चोरी की घटना संज्ञेय अपराध है पुलिस को जैसे ही सूचना मिलती है तत्काल इस में प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए। इस संबंध में प्रार्थी राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि लिखित रूप से थाने में घटना के सुबह सूचना दी गई थी जिसमें पावती भी नहीं मिला वही मैं थाने में चार बार गया परंतु अब तक अपराध पंजीबद्ध नहीं हो सका है।

इस संबंध में थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने कहा कि प्रार्थी थाने में दुबारा नहीं आए। इस कारण मामला पंजीबद्ध नहीं हो सका है।


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