बलौदा बाजार

गलत नीयत से तंग भाभी ने की थी हत्या, बंदी
12-Jul-2021 6:03 PM
गलत नीयत से तंग भाभी ने की थी हत्या, बंदी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 12 जुलाई।
देवर के टोका टाकी व गलत नीयत से परेशान होकर भाभी ने सोते हुए देवर की धारदार हथियार से गले में वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्या की गुत्थी सुलझाई।

पुलिस के अनुसार 8 जुलाई को फोन से चक्रवाय के सरपंच दौलत बंजारे ने सूचना दी कि गुहाराम निषाद की किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी है। सूचना मिलने पर ग्राम चक्रवाय पहुंचकर घटना का जायजा लिया। 

प्रार्थी लोमश प्रसाद निषाद पिता गुहाराम निषाद (25 वर्ष) चक्रवाय ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके पिता गुहाराम निषाद को धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी है। रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा था परंतु अज्ञात आरोपी के संबंध में कोई सूचना जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही थी।
तब थाना सिमगा के स्टाफ की एक टीम गठित कर आरोपी के संबंध में पुख्ता जानकारी होने पर मृतक गुहाराम की भाभी आमीन बाई निषाद को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। 

उसने बताया कि मृतक गुहाराम का घर में दबदबा था। मृतक घर के सभी लोगों को टोकाटाकी करते थे। उम्र व रिश्ते में छोटे होने पर भी आमीन बाई को उनके पति के सामने बेईज्ज़त करते रहते थे, जिससे मैं क्षुब्ध परेशान थी। घटना के दिन गुहाराम निषाद की पत्नी अपने मायके चली गई थी एवं उसके बड़े भाई भगत राम निषाद तथा मृतक के पुत्र लोमस निषाद एवं मृतक की मां इलाज के लिए भिलाई चले गये थे। घर में वह और गुहाराम निषाद ही थे।

शाम 6 बजे के लगभग गुहाराम निषाद एक शादी कार्यक्रम से रात करीब 10-11 बजे के आसपास घर आया और आमीन बाई का कमरे के दरवाजे के सामने खड़े होकर आमीन बाई को पूछा कि तुम खाना खाई हो कि नहीं तब आमीन बाई ने हां कहा। तब उसने आमीन बाई को चल आज घर में कोई  नहीं है तू और मैं है चल कहते हुए आमीन बाई के हाथ पकडक़र खींचते हुए नये घर के परछी तरफ ले गया। तब आमीन बाई उससे हाथ छुड़ा कर अंगना के पास बैठकर रोने लगी। तभी फिर गुहाराम आया और उसके बाल को खींचते हुए साथ में लेकर गया। तब दोनों के बीच में विवाद हुआ।

जब आमीन बाई ने उससे कहा कि सबको बता दूगीं, तब गुहाराम निषाद उसे छोडक़र अपने बिस्तर पर जाकर सो गया। तब आमीन बाई उसके बगल वाले बिस्तर में सोने का नाटक करने लगी, जब गुहाराम सो गया तो खाट के नीचे रखे परसूल को उठाकर लेकर आई और दो बार उसके गले में और दो बार कान गर्दन के बीच में मारी। जिसके बाद गुहाराम हाथ पैर हिलाना बंद कर दिया और मौके पर ही गुहाराम की मौत हो गई। 

अपराध स्वीकार करने पर आमीन बाई (53) चक्रवाय को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा।
 


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