बलौदा बाजार

नौकरी की उम्मीद में जमीन बेची, न जमीन बची न नौकरी मिली
22-Jun-2021 6:52 PM
नौकरी की उम्मीद में जमीन बेची, न जमीन बची न नौकरी मिली

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जून।
नियमित नौकरी और रोजगार के वादे उम्मीद में बलौदाबाजार जिले में स्थित सीमेंट संयंत्रों की खनन और दूसरों कामों के लिए भूमि बेचनेे वाले बहुत से किसान परिवार आज भी रोजगार की मांग को लेकर संबंधित संयंत्रों और प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं। 

वहीं कुछ सीमेंट संयंत्रों द्वारा मनमानी करते हुए किसानों के ओने पौने दामों में भूमि बेचने हेतु विमर्श किए जाने के आरोप भी लग रहे हैं, जो किसान संयंत्र को अपनी भूमि बेचने का इच्छुक नहीं है। उनकी भूमि पर बालत् कब्जा करने के अलावा कृषि भूमि के चारों ओर आवागमन का रास्ता भी बंद कर दिया गया है। इसके चलते प्रभावित कृषक उस भूमि में फसल भी नहीं ले पा रहे हैं। 

कुकुरदी निवासी आदिवासी किसान तिहारू ने बताया कि उनकी 50 डिसमिल जमीन कुकुरदी भाटापारा मार्ग के मध्य कुकुरदी खार में स्थित है। इस जमीन के चारों तरफ एक संयंत्र की गहरी खदान है यदि किसी तरह वह यहां खेती भी करना चाहे तो आवागमन का सुगम रास्ता भी नहीं छोड़ा गया है। अब उसकी भूमि के चारों तरफ खदान का मलमा भी डाला हुआ है। इसके चलते यह भूमि अनुपयोगी पड़ी हुई है। इसके अलावा एक दो अन्य किसान की जमीन भी इस खदान क्षेत्र में हैं। संयंत्र इस भूमि को कौडिय़ों के मूल खरीदना चाहते हैं। इसके लिए कृषक तैयार नहीं है पर संयंत्रों द्वारा इस तरह के हालात बनाए जा रहे हैं कि किसान मजबूर होकर जमीन बेच दे।

कुकुरदी के भरत धु्रव ने बताया कि उनके परिवार की 2.5 एकड़ कृषि भूमि ग्राम ढनढनी खार में स्थित है जिसके विक्रय हेतु संबंधित संयंत्र से अनुबंध भी किया था परंतु बाद में सौदा करने वाले कंपनी के अधिकारी के अन्य यंत्र चले जाने पर संयंत्र में तय मूल्य देने से इंकार कर दिया परंतु कृषक की भूमि पर संयंत्र को विद्युत आपूर्ति हेतु बड़ा इलेक्ट्रिक टावर लगा दिया गया। वहीं कृषि भूमि संयंत्र के मुहाने पर हैं इसमें किसी तरह कृषक कार्य किया जा रहा है, परंतु इस क्षेत्र में पानी नहीं ठहरने के चलते कृषक को अपेक्षित लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। यही स्थिति ग्राम पौंसरी, हिरमी, कुथैल, खपराडीह, भटभेरा, बुडग़ांव, नवापारा के कृषकों की भी है इसके चलते संयंत्र प्रबंधन व कृषकों के माध्य तनातनी जारी हैं। 

गंभीर मामला-प्रमोद शर्मा 
मामले के संबंध में विधायक प्रमोद शर्मा ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। संयंत्रों को कृषकों से बातचीत कर ऐसे मुद्दों को हल करने का प्रयत्न करना चाहिए, क्योंकि क्षेत्र में भूमि का बाजार मूल्य अत्यधिक बढ़ा चुका है अत: कृषकों को भी उचित मूल्य मिलना चाहिए।

 संयंत्र जिम्मेदारी निभाएं-सुनील सोनी
सांसद सुनील सोनी ने कहा कि संयंत्रों को शासन की नीतियों का पालन कर प्रभावित लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में बात करना चाहिए। यह संयंत्रों की जिम्मेदारी भी है कि वह प्रभावित ग्रामों ग्रामीणों की मूलभूत आवश्यकता शिक्षा स्वास्थ्य जैसी सुविधा भी उपलब्ध कराएं। यदि संयंत्र अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभाते हैं तो प्रशासन से संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही हेतु निर्देश दिया जाएगा।

 


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