बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 14 नवंबर। भारतीय खान ब्यूरो, रायपुर क्षेत्र के तत्वावधान में, मेसर्स अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, यूनिट कुकुरडीह सीमेंट वक्र्स के कुकुरडीह लाइमस्टोन खदान में 11 नवंबर को 9वें ‘खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह’ का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खदान की सतत खनिज संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया।
निरीक्षण दल में कन्वेनर अरविन्द कुमार कुरील, डिप्टी जनरल मैनेजर, एनएमडीसी, अरुण सिरवैया, असिस्टेंट जनरल मैनेजर, सेल और विस्वास कुमार सिंह, असिस्टेंट मैनेजर, पर्यावरण, बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड, के द्वारा खदान का निरीक्षण किया गया और पर्यावरण अनुकूल संचालन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की और माइंस पर अपनाई गई सुरक्षा संस्कृति और सर्वोत्तम प्रणालियों पर संतोष व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान अभिषेक भारद्वाज (एफएच-माइंस) ने सतत खनन, कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयासों और पारिस्थितिक संतुलन बहाल करने में वृक्षारोपण अभियानों की महत्वपूर्ण भूमिका सहित प्रमुख उपलब्धियों को उजागर किया। उन्होंने यूनिट हेड पवन कुलकर्णी का संदेश भी साझा किया-कुकुरडीह लाइमस्टोन खदान में निरंतर उत्कृष्टता केवल एक लक्ष्य नहीं है—यह एक संस्कृति है।
अन्य गणमान्य व्यक्तियों में अभिजीत जोशी (एफएच-टेक्निकल), सुनंदा बासु, (एफएच-अकाउंट), प्रतीक भटनागर (एफएच-एचआर), सुनील कुमार शर्मा (माइंस मैनेजर) और हेमंत वर्मा (एस एच-जियोलॉजिस्ट), संदीप सिंह (एस एच-माइंस मेंटेनेंस ), अभिषेक मिश्रा (पर्यावरण प्रमुख), राजेन्द्र कुशवाहा (सीएसआर प्रमुख) तथा अन्य सभी कर्मचारी शामिल थे, जिन्होंने उत्सव में सक्रिय रूप से भाग लिया।
कुकुरडीह प्लांट के विभिन्न विभागों के गणमान्य कर्मचारियों ने शामिल होकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कुकुरडीह प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के बच्चों और खदान के कर्मचारियों ने पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुकुरडीह स्कूल के छात्रों द्वारा जीवंत प्रस्तुतियां और खदान कर्मचारियों द्वारा एक विचारशील नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें धूल नियंत्रण और वृक्षारोपण पहलों पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम का समापन सुनील कुमार शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के प्रति खदान की प्रतिबद्धता को दोहराया गया।


